बाढ़ एवं कटाव से निबटने के लिए जिला प्रशासन तत्पर: डीएम

जिले में बाढ़ को लेकर जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय की अगुवाई में युद्धस्तर पर राहत व बचाव के कार्य कराये जा रहे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | October 2, 2024 9:06 PM

बेतिया. जिले में बाढ़ को लेकर जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय की अगुवाई में युद्धस्तर पर राहत व बचाव के कार्य कराये जा रहे हैं. डीएम खुद कटाव स्थल पर मुस्तैद होकर कटाव निरोधी कार्य का मुआयना कर रहे हैं. नदियों के बढ़े जलस्तर से निपटने तथा प्रभावितों को तुरंत राहत मुहैया कराने को लेकर जिला प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है. विस्थापितों के बीच खाना-पानी, दवा, पॉलीथिन शीट्स, सूखा राशन का वितरण लगातार कराया जा रहा है. बाढ़ से विस्थापित लोगों के लिए कम्युनिटी किचन के माध्यम से राहत पहुंचाया जा रहा है.

जिलाधिकारी स्वयं लगातार पल-पल की गतिविधि पर नजर रख रहे हैं तथा कटाव स्थल, प्रभावितों के बीच जाकर उन्हें और बेहतर सुविधा मुहैया कराने को लेकर अधिकारियों को निर्देशित कर रहे हैं. डीएम स्वयं सामुदायिक किचन के संचालन पर नजर रख रहे हैं और निरीक्षण के क्रम में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने हेतु संबंधित अधिकारियों को लगातार निर्देशित कर रहे हैं. बाढ़ आपदा में मानव के अलावा पशु भी आहत हुए हैं. डीएम के निर्देश के आलोक में एक ओर जहां बाढ़ विस्थापितों के लिए चिकित्सकों द्वारा कैम्प आयोजित करते हुए आवश्यक दवाओं का वितरण किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर पशुपालन विभाग के द्वारा भी जगह-जगह कैम्प के माध्यम से बीमार/आशक्त पशुओं का इलाज भी किया जा रहा है और उनकी बेहतरी के लिए दवाएं भी दी जा रही हैं. विभिन्न स्थलों से नाव की मांग किए जाने पर तत्काल नाव उपलब्ध कराया जा रहा है. बाढ़ से बचाव के लिए जिले में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की टीम लगातार कैम्प कर रही है और प्रत्येक सूचना पर रेस्क्यू कर रही है.

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बाढ़ से प्रभावित है 37 पंचायतों के 32862 लोग

जिलाधिकारी ने कहा कि अब तक के आंकड़ों के अनुसार पश्चिम चम्पारण जिला के 37 पंचायतों के 32862 आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई हैं. इनकी सहायता के लिए आपदा प्रबंधन विभाग के मानक के अनुरूप 14 सामुदायिक किचन संचालित कराया गया है, जिसमें सुबह और रात मिलाकर 20 हजार से अधिक पीड़ितों के द्वारा भोजन आदि किया गया है. इसके अलावे छह हजार से अधिक परिवारों के बीच सूखा राशन का वितरण कराया गया है वहीं 1557 पॉलीथिन शीट्स का वितरण भी कराया गया है.

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लग रहे मेडिकल कैंप

स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा 62 चिकित्सक, आशा कार्यकर्ता, नर्स की प्रतिनियुक्ति की गई है, वहीं पर्याप्त संख्या में एम्बुलेंस संबद्ध किया गया है, जो ऑन कॉल उपलब्ध है. 10 चिकित्सा शिविर लगाए गए हैं, जिनमें अब तक 200 से अधिक मरीजों का इलाज चिकित्सकों के द्वारा किया गया है. बोट एम्बुलेंस के माध्यम से 88 गंभीर मरीज, नवजात शिशु, गर्भवती महिलाओं को रेस्क्यू कराया गया है. चार गर्भवती महिला का सुरक्षित प्रसव कराया गया है. पशुपालन विभाग के द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अबतक 3270 पशुओं का इलाज किया गया है.

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