संभावित बाढ़ से बचाव को ले डीएम ने की बैठक
संभावित बाढ़ 2024 से बचाव को लेकर की जा रही तैयारियों की समीक्षा शनिवार को जिला पदाधिकारी दिनेश कुमार राय ने की.
बेतिया . संभावित बाढ़ 2024 से बचाव को लेकर की जा रही तैयारियों की समीक्षा शनिवार को जिला पदाधिकारी दिनेश कुमार राय ने की. बैठक में वर्षा मापक यंत्र, संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्र एवं संकटग्रस्त व्यक्ति समूहों की पहचान, तटबंधों की सुरक्षा, सूचना व्यवस्था, नाव-नाविकों की व्यवस्था, चना, सत्तू, चूड़ा, गुड, नमक, खाद्य पदार्थ की व्यवस्था, पॉलिथीन शीट्स, बाढ़ शरण स्थल, सामुदायिक रसोई, मानव दवा की व्यवस्था, मोबाईल मेडिकल टीम एवं मेडिकल कैम्प, पशु चारा एवं पशु दवा की व्यवस्था, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, जेनरेटर सेट, पेट्रोमेक्स, महाजाल की व्यवस्था, क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मति, मोटरबोट, लाईफ जैकेट की आकस्मिक व्यवस्था, जिला आपातकालीन संचालन केन्द्र-सह-नियंत्रण कक्ष, गोताखोरों का प्रशिक्षण, राहत और बचाव दल का गठन, तैयारियों का अभ्यास, बाढ़ प्रभावित परिवारों की सूची का अद्यतीकरण, राशि व्यय पर निगरानी, उपयोगिता प्रमाण पत्र एवं डीसी विपत्रों का समायोजन एवं आकस्मिक फसल योजना का सूत्रण आदि की समीक्षा डीएम द्वारा की गयी.
समीक्षा के क्रम में जिला पदाधिकारी ने कहा कि नेपाल में बहुत कम समय में बहुत अधिक मात्रा में वर्षापात, गंडक नदी में वाल्मीकिनगर बैराज से काफी अधिक मात्रा में पानी छोड़े जाने, बादल की शिफ्टिंग आदि को लेकर पश्चिम चम्पारण जिले में बाढ़ की स्थिति बनती है. संभावित बाढ़ आपदा से निपटने के लिए सभी प्रकार की व्यवस्थाएं अपडेट रखनी है. अंचलाधिकारी नाव-नाविक, गोताखोर, कम्युनिकेशन प्लान, सूचना संग्रह, बाढ़ आश्रय स्थल सहित अन्य सभी व्यवस्थाओं की तैयारी ससमय कर लेंगे. संबंधित कार्यपालक अभियंता के साथ तटबंधों की नियमित रूप से निरीक्षण करेंगे. उन्होंने निर्देश दिया कि नाव, मोटरबोट एवं अन्य वैकल्पिक जल परिवहन सहित अन्य सांसाधनों की भौतिक स्थिति का आकलन कर लेंगे तथा इनकी फंक्शनालिटी की जांच भी करना सुनिश्चित करेंगे. ताकि आपात स्थिति में त्वरित रूप से जान-माल की क्षति को रोका जा सके. बाढ़ आश्रय स्थलों की जांच करने के साथ ही समुचित रख-रखाव की व्यवस्था करेंगे. साथ ही जिन बाढ़ आश्रय स्थलों पर पहुंच पथ की समस्या हैं, वहां पहुंच पथ निर्माण हेतु अविलंब अग्रतर कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे.
राहत एवं बचाव दल के लिए युवकों को अच्छे तरीके से प्रशिक्षित करेगी एसडीआरएफ की टीम
बैठक में अपर समाहर्त्ता राजीव कुमार सिंह ने पावर प्रजेंटेशन के माध्यम से अबतक की गयी तैयारियों से जिला पदाधिकारी को अवगत कराया. उन्होंने बैठक में उपस्थित अधिकारियों से कहा कि संभावित बाढ़ के मद्देनजर यह बैठक आयोजित है. संभावित बाढ़ से प्रभावित होने वाले गांव-टोलों, पंचायतों को चिन्हित किया गया है. इसका पुनः आकलन कर लेंगे. आपदा सम्पूर्ति पोर्टल पर डाटा अपडेशन कार्य प्रॉपर तरीके से करें. डाटा अपडेशन कार्य में त्रुटि नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अंचलाधिकारी बेतिया एवं लौरिया वर्षा मापक यंत्र के फंक्शनालिटी की स्वयं जांच कर लेंगे. वर्षामापक यंत्र के आसपास सघन वृक्ष होने पर फंक्शनालिटी प्रभावित होती है, इसके लिए अग्रेतर कार्रवाई करेंगे. एसडीआरएफ की टीम मधुबनी, पिपरसी एवं बगहा-01 प्रखंड में राहत एवं बचाव दल के लिए युवकों को अच्छे तरीके से प्रशिक्षित कराना सुनिश्चित करेगी.समीक्षा के क्रम में अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन द्वारा बताया गया कि 138 निजी नाव मालिकों के साथ एकरारनामा कर लिया गया है. 98 लाईफ जैकेट उपलब्ध है. 133 गोताखोर, 141 राहत एवं बचाव दल, 270 सामुदायिक रसोई, 262 बाढ़ राहत शिविर, 165 शरण स्थल, 10 बाढ़ आश्रय स्थल, 11850 पॉलिथीन शीट्स, 01 महाजाल, 01 इन्फ्लैटेबल लाईटिंग सिस्टम, 03 जीपीएस सेट आदि की व्यवस्था है. उन्होंने बताया कि चना, सत्तू, चूड़ा, गुड़, नमक एवं खाद्य पदार्थों आदि की व्यवस्था के लिए निविदा प्रकाशन के आलोक में निविदा प्राप्त हो चुका हैं. निविदा अंतिम प्रक्रिया में है. जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि पशु चारा की व्यवस्था को निविदा के माध्यम से दर का निर्धारण एवं आपूर्तिकर्ता का चयन किया जा चुका है. पशु से संबंधित दवा उपलब्ध है. सिविल सर्जन ने बताया कि सभी प्रखंडों में मेडिकल टीम का गठन कर लिया गया है. जिलास्तर पर कंट्रोल रूम का गठन कर लिया गया है. सभी प्रखंडों में संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर रोगों से ग्रसित मरीजों की सूची प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर तैयार कर लिया गया है. सभी स्वास्थ्य संस्थानों में एसभीएस, एआरभी, हैलोजन, ब्लीचिंग पाउडर प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है तथा आवश्यकतानुसार मांग के अनुसार उपलब्ध कराने के लिए जिला भंडार में उपलब्ध है.
बैठक में ये रहे मौजूद
इस अवसर पर अपर समाहर्त्ता, आपदा प्रबंधन रामानुज प्रसाद सिंह, नगर आयुक्त, नगर निगम, बेतिया, शंभु कुमार, वरीय उप समाहर्ता विपिन कुमार यादव, कमलाकांत त्रिवेदी, एस प्रतिक, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी अमरेन्द्र कुमार, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी अनंत कुमार, सिविल सर्जन, डॉ. श्रीकांत दूबे, एसडीएम, बगहा, डॉ अनुपमा सिंह, एसडीएम, बेतिया विनोद कुमार, एसडीएम, नरकटियागंज सूर्य प्रकाश गुप्ता, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा सुजीत कुमार सहित अन्य जिलास्तरीय पदाधिकारी, इंस्पेक्टर, एसडीआरएफ, कार्यपालक अभियंता/सहायक अभियंता, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण प्रमंडल, बेतिया, तिरहुत नहर प्रमंडल, नहर प्रमंडल संख्या-2, बेतिया, लघु सिंचाई प्रमंडल बेतिया, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल बेतिया/मोतिहारी/बगहा/पडरौना-01-02, जल निस्सरण प्रमंडल बेतिया, सिकरहना तटबंध मोतिहारी, त्रिवेणी नहर निर्माण प्रमंडल नरकटियागंज/रक्सौल, विद्युत आपूर्ति प्रमंडल बेतिया, विद्युत परियोजना प्रबंधक बेतिया, दोन नहर प्रमंडल बेतिया, पथ निर्माण विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग एवं सभी अंचलाधिकारी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है