दीवाली में जलायेंगे मिट्टी के दीये, रौशन होंगे घर-आंगन, आयेगी खुशहाली
यूं तो दीपावली दीयों का त्यौहार है. दीपावली का अर्थ ही दीप से है.
शिक्षक बोले, एक्टिवटी कार्यक्रम में बच्चों से बनवाएंगे मिट्टी के दीये
डीवी एकेडमी के शिक्षक व शिक्षिकाओं ने कहा कि एक्टिवटी कार्यक्रम में बच्चों से मिट्टी के दीये बनाकर लाने का एसाइनमेंट दिया गया है. स्कूल प्रबंधन की ओर से भी मिट्टी के दीये वितरित किये जाएंगे. शिक्षकों ने कहा कि बच्चों को तेज आवाज वाले पटाखों से परहेज करने को कहा गया है. तेज आवाज वाले पटाखों से कान के पर्दे फटने का खतरा रहता हैं. इनसे स्किन, एलर्जी, सांस लेने में तकलीफ़, हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियां हो सकती हैं. पटाखों के धुंए से श्वास संबंधी रोग बढ़ते हैं. दिल के मरीजों को पटाखों के धुंए से बच कर रहना चाहिए. पटाखे फोड़ने से वातावरण में गर्मी कार्बन डाइऑक्साइड और कई जहरीली गैसें बढ़ती हैं. इससे ग्लोबल वार्मिंग होती हैं.
01. इसे शुभ का प्रतीक माना जाता है. मिट्टी के दीये में पंचतत्व होते हैं.
02. मानसिक और शारीरिक तनाव दूर होता है.03. घर में सकारात्मक उर्जा का संचार होता है.
04. कुम्हारों की मेहनत को सफलता मिलती है, उनके घर भी खुशहाली आती है.05. घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता हैं.
06. कुम्हारों की मेहनत को सफलता मिलती हैं.07. पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण होते हैं.
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