बेतिया . जिले में संभावित बाढ़ एवं कटाव की स्थिति से निबटने के लिए जिला प्रशासन के निर्देश पांच जून तक सभी कार्य कराने को कहा गया था. बावजूद इसके चंपारण तटबंध के आधा दर्जन प्वाइंट पर जीयो बैग फिलिंग का कार्य किया जा रहा है. इस कार्य को पूरा होने में अभी तीन से चार दिन लगेगा. चंपारण तटबंध गंडक नदी से बचाव के लिए सबसे महत्वपूर्ण सुरक्षा कवच है. ऐसे में इसकी सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाना प्राथमिकता में शामिल है. चंपारण तटबंध के कमजोर प्वांइट को देखते हुए घोड़हिया, पूजहां, सिगही ढ़ाला, पोखरिया, आशाराम पठखौली सहित छह जगहों पर जीयो बैग फिलिंग किया जा रहा है. इन जगहों पर अभी करीब बीस प्रतिशत काम शेष रह गया है. चंपारण तटबंध के कमजोर प्वाइंट को लेकर इसके प्रभाव वाले इलाके लोगों में अभी से ही डर बना हुआ है. पूर्वानुमान के मुताबिक इस वर्ष मानसून की स्थिति अच्छी रहने वाली है. ऐसे में वर्षा भी ज्यादा होने की संभावना है. गंडक नदी का जुड़ाव कई पहाड़ी नदियों से ऐसे में यहां बाढ़ आने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. इधर जल निस्सरण के कार्यपालक अभियंता संजय कुमार ने के अनुसार चंपारण तटबंध के आधा दर्जन बिन्दुओं पर किए जा रहे कार्य तीन से चार दिनों में पूरा हो जाएगा. विभाग इसकी सुरक्षा को लेकर पूरी नजर रखे हुए है. जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय ने बताया कि सभावित बाढ़ को देखते हुए जिले में इससे बचाव के लिए सभी तरह की तैयारियां पूरी कर ली गई है. बावजूद इसके संबंधित अधिकारियों को तटबंधों की सुरक्षा एवं बाढ़ से होने वाली समस्याओं से निबटने का निर्देश दिया गया है. इसमें किसी भी स्तर पर यदि कोताही की जाती है, तो संबंधित के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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