बेतिया. जिलाभर के विभिन्न स्कूलों के 46 शिक्षक शिक्षिकाओं की ऑन लाइन हाजिरी को संदिग्ध पाकर डीइओ द्वारा स्पष्टीकरण की मांग की गई है. ऐप के द्वारा दर्ज उपस्थिति में भी संदिग्धता उजागर हुई है. ऐप पर हाजिरी मार्क नहीं करने व संदिग्ध मार्क वाले जिले के 46 शिक्षक शिक्षिकाओं से डीईओ रजनीकांत प्रवीण द्वारा स्पष्टीकरण की मांग की गई है. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने संबंधित शिक्षकों को ई शिक्षा कोष एप पर उनकी उपस्थिति मार्क में मिली गड़बड़ी का हवाला देते हुए उन पर लगे आरोप के संबंध में दो दिन में स्थिति स्पष्ट करने का आदेश दिया है. डीइओ ने स्पष्ट किया है कि विभागीय निर्देश के आलोक में सरकारी विद्यालयों में कार्यरत सभी प्रधानाध्यापक व शिक्षकों को तकनीकी आधारित ई-शिक्षा कोष मोबाइल ऐप के माध्यम से प्रतिदिन उपस्थिति दर्ज कराना अनिवार्य है. इसी विधि से उपस्थिति के आधार पर ही आगामी एक अक्टूबर से वेतन भुगतान होना शिक्षा विभाग द्वारा तय किया गया है. बावजूद इसके सैकड़ों शिक्षक शिक्षिकाओं द्वारा जान बूझकर भी ई-शिक्षा मोबाइल ऐप के माध्यम से उपस्थिति दर्ज नहीं की जा रही है. डीईओ ने कहा है कि स्पष्टीकरण संतोषप्रद नहीं पाए जाने की स्थिति में ई-शिक्षा कोष मोबाइल ऐप में फर्जीवाड़ा कर उपस्थिति दर्ज करने अथवा जान बूझकर उपस्थिति दर्ज करने में गड़बडी के आरोप में उक्त तिथि के वेतन की कटौती कर कठोर अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है