बेतिया. अपनी बाइक व मोबाइल फोन अन्यत्र छुपा कर पुलिस से लूट की झूठी कहानी सुनाना चनपटिया थाना क्षेत्र के खोरा वार्ड तीन निवासी मुकेश कुंवर को महंगा पड़ गया है. तकनीकी जांच में लूट की बात झूठी निकलने पर पुलिस ने मुकेश को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस उसके निशान देही पर उसकी बाइक और झाड़ी में छिपाकर रखे गए मोबाइल फोन बरामद कर ली है. मामले में पुलिस मुकेश के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. एसडीपीओ विवेक दीप ने बताया कि मुकेश कुंवर ने लूट की झूठी कहानी गढ़ी थी. जांच में सच सामने आ गया है. उसने अपना अपराध कबूल कर लिया है. मामला यह है कि चनपटिया थाना क्षेत्र के खोरा निवासी मुकेश कुंवर मंगलवार की शाम चनपटिया थाना पहुंचा, वहां उसने पुलिस से कहा कि चनपटिया-बेतिया पथ पर महना-मुसहरी के समीप दो बाइक पर सवार तीन अपराधियों ने जबरन उसकी बाइक रोककर हथियार दिखाकर 18 हजार रुपये नकद, मोबाइल फोन व बाइक लूट लिया हैं. दिनदहाड़े हथियार के बल पर लूट की सूचना मिलते ही एसपी डा शौर्य सुमन ने एसडीपीओ विवेक दीप के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया. जिसमें थानाध्यक्ष सम्राट सिंह, डीआईयू प्रभारी ज्वाला सिंह, एसआई अरविंद कुमार सिंह, शशिकांत दुबे आदि शामिल थे. घटना की मॉनिटरिंग एसपी खुद कर रहे थे. जांच के दौरान एसडीपीओ व थानाध्यक्ष ने मुकेश कुंवर से घटना के बाबत अलग-अलग तरीके से पूछताछ किया. लेकिन वह लगातार लूट की बात कहता रहा, फिर पुलिस उसके मोबाइल फोन का सीडीआर व टावर लोकेशन निकाली. जिसमें घटना के समय उसका लोकेशन नरकटियागंज-साठी के बीच पाया गया. उसके बयान एवं तकनीकी जांच में काफी अंतर देख पुलिस का शक उस पर गहरा गया. तब पुलिस सख्ती से पूछताछ करना शुरू की तो वह टूट गया और बताया कि उसने अपनी बाइक चनपटिया के कृषि बाजार समिति के प्रांगण में और मोबाइल फोन महना के समीप एक खेत की झाड़ी में रखा है. उसके निशानदेही पर पुलिस बाइक व मोबाइल फोन बरामद कर ली. पूछताछ में मुकेश ने पुलिस से बताया कि वह दूसरों से पैसा लेकर ब्याज पर चलाता था. उसने अपने रिश्तेदार विवेक से उधार ले रखा था. जिसे लौटाना था. इसी से बचने के लिये उसने लूट की झूठी कहानी रची थी.
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