बगहा/मधुबनी. धनहा थाना क्षेत्र के अंचल कार्यालय मधुबनी में दूसरे दिन भी किसानों का आमरण अनशन जारी रहा.बाल्मीकि नगर विधायक धीरेंद्र प्रताप उर्फ रिंकू सिंह ने किसानों का हाल जाना.वहीं किसानों के प्रतिनिधि मंडल को साथ लेकर जिला बेतिया को रवाना हुए.जिसमें सिसही मुखिया कृष्णा यादव, चिउरही मुखिया विजय यादव, भीरगुन गद्दी ,मुन्ना कुशवाहा के अलावा आधा दर्जन लोग जिला पदाधिकारी से मिलने प्रतिनिधियों के साथ विधायक के द्वारा जिला में अपनी समस्या रखने को लेकर पहुंचे.वही गंडक पार के चारों प्रखंडों में लगभग 6 से 8 पंचायत पूरी तरह से गंडक के दियारा में बसा गांव व पंचायत सेमरा लबेदहा . मदरहवा. सिसही. चिउरही भितहा श्रीपूर ठकराहा के चपेट में है.जो भौगोलिक स्थिति से देखा जाए तो आने-जाने से लेकर हर सुविधा से वंचित किसानों को बाढ़ की विषम परिस्थितियों से गुजरना पड़ता है एवं बाढ़ के हर वर्ष भांति फसलों के अलावा जान माल एवं पालतू पशुओं पर भी एक आपदा के रूप धारण कर लेता है .ज्ञात हो कि इस वर्ष भी सरकार के द्वारा बाढ़ राहत की घोषणा की गई थी.परंतु विशेष कर 120 घंटा पानी का पड़ाव होने के बावजूद भी गंडक पार के चारों प्रखंड के अंचल अधिकारियों द्वारा बाढ़ नहीं आने की रिपोर्ट देने पर किसानों में भारी भरकम आक्रोश है. वहीं दूर दराज से अंचल कार्यालय में लगभग 24 घंटा बीते हुए हो गए हैं .अभी भी भीड़ जश के तश है .वहीं प्रतिनिधियों के द्वारा अगर मांग पूरी नहीं होती है. तो किसानों का धरना प्रदर्शन एक विकराल रूप धारण कर सकता है. ज्ञात हो कि माले खेत मजदूर संघ के जिला सचिव प्रदीप ठाकुर ने बताया कि अगर किसानों की हालत यह रही तो आने वाला समय में ना उनके बच्चों की शादी हो पाएगी ना उनके बच्चे पढ़ पाएंगे और ना ही किसान खेती करने योग्य रहेगा. जबकि सब होने के बावजूद भी अगर किसानों को लाभ नहीं दिया जाता है. तो यह सरकारी कर्मचारियों की मनमानी रवैया कहा जाएगा.जिसका रिपोर्ट नहीं देना किसानों के हक को मारता है. मौके पर कयामुद्दीन गद्दी,हफीज मिया,रसीसदनी देवी, वकील मियां, अजीज मियां, मुस्ताक मियां, इश मोहम्मद बैठा, रामदेव बैठा, ऐनुल हक बैठा, गया राम, गणेश राम, रामवृक्ष चौधरी,राजधारी चौधरी, सूर्य चौधरी, शिव चौधरी, हरिलाल साह,सुलोचना देवी, निर्मला देवी, रुखिया देवी, इत्यादि सैकड़ों किसान उपस्थित रहें. बोले डीएम: पं चपारण डीएम दिनेश कुमार राय ने बताया कि बाल्मीकिनगर विधायक के माध्यम से आमरन अनशन पर बैठे किसानों से फोन पर बात हुई है.किसानों के फसल जो नुकसान हुई है.उसका जांच कराया जायेगा और जो फला-फल होगा कार्रवाई.
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