बगहा. बगहा के दियारा क्षेत्र में फसल चराई से परेशान किसानों ने मंगलवार को नावों के परिचालन को पूरी तरह बंद कर दिया. इस विरोध प्रदर्शन से दियारा क्षेत्र में आवागमन बाधित हो गया है और बगहा शहर में दूध की आपूर्ति भी रुक गयी है. किसानों का आरोप है कि चरवाहे उनकी फसलों को चराकर भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं. जिसके चलते उन्होंने यह कदम उठाया है. किसानों के विरोध के कारण दियारा क्षेत्र से प्रतिदिन बगहा शहर में आने वाला 300 से 400 क्विंटल दूध भी प्रभावित हो रहा है. नावों के ठप होने से दूध की आपूर्ति रुक गयी है. जिससे शहर में दूध की भारी किल्लत हो सकती है. दियारा क्षेत्र के किसान और पशु पालक प्रतिदिन नाव के जरिए खेती-बाड़ी और पशुपालन के लिए इस क्षेत्र में आते-जाते हैं. लेकिन अब नावों के परिचालन बंद होने से उनका कामकाज भी प्रभावित हो गया है. किसानों ने साफ तौर पर कहा है कि जब तक फसल चराई बंद नहीं होती तब तक नावों का परिचालन शुरू नहीं किया जाएगा. इसी क्रम में मंगलवार की सुबह से दियारा क्षेत्र में एक भी नाव नहीं गयी. जिससे सैकड़ों की संख्या में लोग घाट पर नावों के परिचालन का इंतजार कर रहे हैं. किसानों के इस विरोध प्रदर्शन से दियारा क्षेत्र के जीवन में ठहराव आ गया है. वहीं किसानों और चरवाहों के बीच चल रहे इस विवाद को सुलझाने के लिए नगर परिषद के सभापति ने बैठक शुरू की है. सभापति ने किसानों और चरवाहों के साथ वार्ता कर दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थता करने का प्रयास किया. ताकि दियारा क्षेत्र में आवागमन हो और दूध की आपूर्ति बहाल हो सके.
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