वाल्मीकिनगर. वीटीआर वन प्रमंडल दो के वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के शाकाहारी और मांसाहारी जीव जंतुओं का अधिवास है. जिनमें तेंदुआ की एक बड़ी तादाद मौजूद है. जिसमें दो माह पूर्व तार से जख्मी एक तेंदुआ जो भेड़िहारी वन क्षेत्र से विचरण के दौरान कोतराहा वन क्षेत्र स्थित ठाढी एसएसबी कैंप के नजदीक जा पहुंचा था, को वन कर्मियों की टीम ने मंगलवार की सुबह ठाढी वन क्षेत्र के कक्ष संख्या एम 29 के पाट से कड़ी मशक्कत के बाद सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया. जिसके बाद जख्मी तेंदुआ को बेहतर इलाज के लिए पटना चिड़ियाघर भेज दिया. इस बाबत जानकारी देते हुए वन संरक्षक सह क्षेत्र निदेशक डॉ. नेशामणी ने दूरभाष पर बताया कि दो माह पूर्व कैमरा ट्रैप के माध्यम से यह संज्ञान में आया था कि एक तेंदुआ को जख्म है. जिसकी लगातार मॉनिटरिंग की जा रही थी. जख्म की गंभीरता को देखते हुए उसके बेहतर उपचार के लिए वन प्रशासन द्वारा उसका सुरक्षित रेस्क्यू कर उसे पटना चिड़ियाघर भेज दिया गया है. उन्होंने बताया कि तेंदुआ नर प्रजाति का है और लगभग उसकी उम्र पांच वर्ष है. कैमरा ट्रैप और फुटप्रिंट के माध्यम से वन क्षेत्र में विचरण करने वाले जीव जंतुओं पर पैनी निगाह रखी जा रही है. सभी वन क्षेत्र में सघन पेट्रोलिंग की जा रही है. इस अवसर पर वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र पदाधिकारी राजकुमार पासवान, फील्ड बायोलॉजिस्ट सौरव वर्मा, पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. मनोज कुमार टोनी, वनपाल सोनू कुमार के अलावा अन्य वनकर्मी मौजूद रहे.
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