नरकटियागंज .प्रखंड के मंझरिया गांव में एक ही परिवार के चार बच्चों में मिजल्स के लक्षण मिले हैं. इससे स्वासथ्य महकमे में हड़कंप है. वही इनमें एक बच्चे अबूबकर (14 माह) की मौत दो दिन पहले हो गई है. हालांकि बच्चे की मौत किस बीमारी से हुई है, इसकी पुष्टि के लिए मेडिकल टीम गांव में कैंप कर जांच में जुटी है. अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डा प्रशांत कुमार ने बच्चे की मौत किस बीमारी से हुई है, कुछ भी बताने से परहेज कर रहे हैं. हालांकि उन्होंने मिजल्स से बच्चे की मौत की जांच होने की बात कही है. उनका कहना है कि मौत मिजल्स से हुई या किसी अन्य बीमारी से अभी इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है. उन्होंने कहा कि पता चला है कि बच्चा अपने किसी रिश्तेदार के यहां गया हुआ था, वहां से यहां आया हुआ है. सोमवार को कुंडिलपुर पंचायत की मुखिया की उपस्थिति में एक मेडिकल टीम बच्चे के यहां जायेगी. वहां मामले की पूरी जानकारी ली जाएगी. इधर मृत बच्चे के परिजनों का कहना है कि पीड़ित बच्चों में से 3 का इलाज बेतिया जीएमसीएच में कराया गया है. चारों बच्चों में एक ही प्रकार का लक्षण मिला था. मेडिकल टीम लगातार दो दिनों से गांव में घूम-घूम कर सस्पेक्टेड बच्चों का सर्वे कर रही है और पूरे गांव में 0 से 5 साल के बच्चों का सर्वे कर उन्हें दवाएं मुहैया करायी जा रही है. मृतक के चाचा मंझरिया गांव निवासी अब्दुल रहमान ने बताया कि उसके भाई मोतिउर रहमान अंसारी के दो जुड़वा बच्चे अबू अयूब एवं अबू बकर (14 माह), अबुसाद ( 5 वर्ष) एवं अबुल फैज( 4 वर्ष) सहित चार बच्चों में बीमारी का लक्षण था. अबू बकर की मौत हो गई है और शेष तीन का इलाज जीएमसीएच में कराया गया. चारों बच्चों के शरीर में चेचक और लाल रंग के धब्बे शरीर में निकले हुए थे तथा उनको तेज बुखार की भी शिकायत है. अबू बकर की मौत के बाद शेष तीन 3 बच्चों को नरकटियागंज अनुमंडलीय अस्पताल में दिखाया गया. तीनों बच्चों को चिकित्सकों ने बेतिया रेफर कर दिया. स्वास्थ्य प्रबंधक जितेंद्र कुमार ने बताया कि जीएचसीएच से बच्चे घर वापस आ गए हैं. बच्चों का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है