बेतिया . मझौलिया थाना क्षेत्र के गढ़वा गांव के समीप सिकरहना नदी के किनारे से बरामद अज्ञात महिला एवं रामगढ़वा थाना क्षेत्र के दुबौलिया सरेह में झाड़ी में बरामद अबोध के शव की पहचान दस दिन के बाद भी नहीं हो सकी है. शव की पहचान के लिए अभी भी बेतिया एसपी द्वारा गठित टीम उधेड़बुन में लगी है. लेकिन पुलिस का तमाम प्रयास अब तक विफल साबित हुआ है. बेतिया पुलिस शव पहचान करने वाले को इनाम के रूप में 25 हजार रुपये देने की घोषणा भी की है. लेकिन इसका भी सार्थक नतीजा नहीं निकल सका है. शव पहचान नहीं होने से इस मामला को सुलझाना पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है. महिला कौन थी? उसकी हत्या किसने और क्यों की? शव को नदी के किनारे कैसे फेंका गया? अभी ये सारे सवाल रहस्य बना हुआ है. घटना के अगले दिन 26 दिसंबर को पूर्वी चंपारण के रामगढ़वा थाना की पुलिस दुबौलिया गांव के समीप सड़क किनारे झाड़ी में फेके गए एक वर्षीय बच्चे की शव बरामद की थी. मझौलिया पुलिस इस घटना को महिला के शव बरामदगी से जोड़कर देख रही है. कयास लगाया जा रहा है कि फेंका गया बच्चा कहीं इसी महिला की हो सकती है, लेकिन अबतक इस तथ्य की भी पुष्टि नहीं हुई है. इस मामले को सुलझाने के लिए गुरुवार को पुलिस की टीम ने एक बार फिर घटनास्थल के आसपास के गांव की छानबीन की, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल सका. एसडीपीओ विवेक दीप ने बताया कि मामले की जांच हो रही है. कुछ तथ्यों को ध्यान में रखकर छानबीन किया जा रहा है. जल्द ही इसके सार्थक परिणाम निकलने की उम्मीद है. बता दें कि विगत 25 दिसंबर को मझौलिया पुलिस गढ़वा गांव के समीप सिकरहना नदी के किनारे से 25 वर्षीय अज्ञात महिला की शव बरामद की थी. गला दबाकर महिला की हत्या की गई थी. उसके चेहरे पर मामूली खरोच के निशान मिले थे. आसपास के लोगों से शव की पहचान कराने की कोशिश की गई, लेकिन महिला को कोई नहीं पहचान सका था. पहचान नहीं होने पर नियमानुसार शव को सुरक्षित रखवा दिया गया था. घटना के अगले दिन 26 दिसंबर को रामगढ़वा थाना की पुलिस दुबौलिया गांव के समीप सड़क किनारे झाड़ी में फेके गए एक वर्षीय अज्ञात बच्चे की शव बरामद की थी. शव पहचान नहीं होने के बाद बेतिया पुलिस ने शव पहचान करने वाले को 25 हजार रुपये इनाम देने व उसका नाम पता गुप्त रखने की घोषणा की है.
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