हेल्थ इश्यू बताकर चुनाव ड्यूटी से नाम हटवाने की सिफारिश करने वालों के सेहत की जांच
लोकसभा चुनाव में ड्यूटी से बचने अर्थात कार्यमुक्त कराने के लिए स्वास्थ्य कारणों से आवेदन देने वाले कर्मियों की मेडिकल बोर्ड द्वारा जांच आरंभ कर दी गयी है.
बेतिया. लोकसभा चुनाव में ड्यूटी से बचने अर्थात कार्यमुक्त कराने के लिए स्वास्थ्य कारणों से आवेदन देने वाले कर्मियों की मेडिकल बोर्ड द्वारा जांच आरंभ कर दी गयी है. मतदानकर्मियों के सेहत की जांच के लिए जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय ने मेडिकल बोर्ड गठित की है. जिला निर्वाचन पदाधिकारी के निर्देश के आलोक में विगत 15 अप्रैल से मतदानकर्मियों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है. करीब 300 से अधिक मतदान कर्मियों ने स्वास्थ्य कारणों से अपने को अस्वस्थ्य दिखाकर चुनाव कार्य से मुक्ति की गुहार लगायी थी. अभी तक 200 मतदान कर्मियों के स्वास्थ्य एवं उनके कागजातों की जांच बोर्ड के सदस्यों ने की है. मेडिकल बोर्ड ने मतदान कर्मियों के अस्वस्थ्य होने और शारीरिक रुप से असक्षम होने की जांच की. स्वास्थ्य कारणों से मुक्त होनेवाले मतदानकर्मियों ने मेडिकल बोर्ड के समक्ष उपस्थित होकर स्वास्थ्य और शारीरिक जांच कराया. अब मेडिकल के आधार पर मतदानकर्मियों के आवेदन पर विचार किया जायेगा. कार्मिक कोषांग के प्रभारी पदाधिकारी कुमार रविंद्र ने बताया कि 20 अप्रैल तक मेडिकल बोर्ड मतदानकर्मियों के स्वास्थ्य एवं उनके कागजातों की जांच कर अपनी स्पष्ट अनुशंसा कोषांग में समर्पित करेंगे. प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर हीं संबंधित मतदानकर्मियों को मतदान कार्य से मुक्त करने पर विचार किया जा सकेगा. हालांकि जिन लोगों ने अपना आवेदन अभी तक समर्पित नहीं किया वें सीधे अपना आवेदन लेकर मेडिकल बोर्ड के समक्ष भी उपस्थित हो सकते हैं. मेडिकल बोर्ड में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रमेशचंद्रा के नेतृत्व में डॉ मो. शहाबुद्दीन, डॉ चांदनी, जिला यक्ष्मा के डॉ चेतन जायसवाल, नौतन सीएचसी के डॉ अमरेश सिंह के अलावे पिंटु लाल जाटव, शोभा कुमारी, घुमन अंसारी आदि मौजूद रहे.