लौरिया से रामनगर, नरकटियागंज और गोनौली मुख्य मार्ग पर आवागमन बाधित, सिकटा-रक्सौल रोड बंद

लौरिया अशोक स्तंभ व साहू जैन स्टेडियम व स्कूल समेत अन्य इलाके पूर्णत : जलमग्न हो गये हैं. लौरिया से गोनौली मुख्य मार्ग पर पानी चढ़ जाने से करीब दर्जनों गांवों का संपर्क भंग हो गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 29, 2024 9:45 PM
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लौरिया से नरकटियागंज डायवर्सन व सड़क पर पानी का तेज बहाव, कई घरों में घुसा बाढ़ का पानीं, सैकड़ों एकड़ की धान व गन्ना फसलें डूबीं

रामनगर-लौरिया मुख्य मार्ग पर बाढ़ के पानी का दवाब तेज, लौरिया अशोक स्तंभ व साहू जैन स्टेडियम व स्कूल जलमग्न

लौरिया-गोनौली मुख्य मार्ग पर पानी चढ़ने से दर्जनों गांवों का संपर्क भंग, प्रशासनिक पदाधिकारी लगा रहे गश्त

सिकटा नदी के पश्चिम तटबंध करीब 30 फीट व उत्तर त्रिवेणी कैनाल का उत्तरी तटबंध करीब 20 फीट टूटा,

लौरिया . जिले के केंद्र में अवस्थित लौरिया से जुड़े रामनगर, नरकटियागंज, गोनौली आदि मार्गों पर सिकरहना नदी के बाढ़ के पानी का बहाव तेज होने से आवागमन प्रभावित हो गया है. लौरिया अशोक स्तंभ व साहू जैन स्टेडियम व स्कूल समेत अन्य इलाके पूर्णत : जलमग्न हो गये हैं. लौरिया से गोनौली मुख्य मार्ग पर पानी चढ़ जाने से करीब दर्जनों गांवों का संपर्क भंग हो गया है. यदि पानी का दबाव इसी तरह जारी रहा तो स्थिति और भयावह हो सकती है. लौरिया-नरकटियागंज मार्ग में सड़क व डायवर्सन पर लगभग 3 फीट से भी अधिक पानी बह रहा है. इससे शनिवार के दिन से रास्ता अवरुद्ध है. वही बाढ़ का पानी बहुत तेज गति से बह रहा है. लौरिया से नरकटियागंज अनुमंडल जाने वाले लोग लगभग दस किलोमीटर की ज्यादा दूरी तय कर नरकटियागंज अनुमंडल जाने के लिए मजबूर हैं. रविवार को बाढ़ का पानी का दबाव काफी तेज रहा. शनिवार तक लोग जान जोखिम में डाल कर पानी पार कर आवागमन कर रहे थे. लेकिन रविवार को भी आवागमन पूर्ण रूप से बाधित रहा. स्थानीय लोगों ने बताया कि सोमवार से बाढ़ के पानी का दबाव कुछ कम हो जाएगा. यदि बारिश नही हुई तो मंगलवार शाम व बुधवार से रास्ता सुचारू रूप से सम्भवत चालू हो जाएगा. इधर लौरिया रामनगर मुख्य मार्ग लचका के पास भी बाढ़ का पानी सड़क के समानांतर में है.

लौंरिया-रामनगर मुख्य मार्ग पर बह रहा बाढ़ का पानी, आवागमन ठप

सिकरहना नदी बाढ़ के पानी का इसी तरह दबाव स्थिति भयावह हो सकती है. रविवार की शाम से लौरिया-रामनगर मुखय मार्ग पर आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया. लौरिया-रामनगर मुख्य मार्ग पर लचका के पास सड़क पर पानी का तेज दबाब जारी है. लगातार बारिश से बाढ़ का पानी तेजी से बढ़ रहा है. साहु जैन स्टेडियम और स्कूल तथा अशोक स्तंभ परिसर पूरी तरह जलमग्न हो चुके हैं. लोग परेशान हैं, पानी तेजी से बढ़ रहा है. जनजीवन प्रभावित हो गया है. प्रशासन के लोग लगातार गश्त कर रहे हैं. लोगों को पानी में जाने से मना कर रहे हैं. सीओ नीतेश कुमार सेठ व थानाध्यक्ष संतोष कुमार शर्मा तथा अन्य अधिकारियों की टीम आमजनों को पानी में जाने से तथा आवागमन में वैकल्पिक रास्ता से यातायात करने की सलाह दे रहे हैं. वही बाढ़ के पानी से नगर पंचायत लौरिया के किसानों को भारी क्षति हुई है. धान व गन्ना की फसल डूब चुकी हैं. इधर नगर पंचायत के लौरिया के रामधाट सेवा और नुनियवा टोला बाढ़ से काफी प्रभावित हैं.

लौरिया-गोनौली मुख्य पथ पर बाढ़ का पानी चढ़ा, दर्जनों गांवों का संपर्क कटा

प्रखंड मुख्यालय लौरिया से सटे गोनौली डुमरा जाने वाली मुख्य मार्ग स्थित सिसवनिया पंचायत के नन्हकार बगीचा के पास सड़क पर बाढ़ के पानी आने से आवागमन बाधित है. वही सड़क पर पानी का तेज दबाव है. सिसवनिया पंचायत के ननहकार बरवा के दोनों वार्ड में पानी से लोग परेशान हैं. बाढ़ का पानी घर में घुस चुका है. वही इस संबंध में वार्ड सदस्य सुदामा प्रसाद ने बताया कि वार्ड के निवासी जुम्मन अंसारी की पत्नी बीमार थीं, जिन्हें खटिया के सहारे गांव से निकालाकर जलमग्न सड़क से पार कराकर लौंरिया अस्पताल ले जाया गया. लेकिन अचानक हरहा नदी व खनुहा नाला में बाढ़ के पानी का दबाव बढ़ने से पूरा पंचायत जलमग्न हो गया है. वही बार बाढ़ आने से लगभग सौ एकड़ फसल नुकसान हुआ है.. जबकि लगभग आठ हजार लोग इस बाढ़ से प्रभावित है. साथ ही उन्होंने बताया कि बहुत परिश्रम व पूंजी लगाकर किसानो ने धान का फसल लगाया था. यह बाढ़ किसानों के अरमानों को अपने साथ बहा ले गया है.

बाढ़ के पानी से घिरा लौरिया का गौनौली डूमरा पंचायत

ग्रामीण तेज प्रताप सिंह, भोला सिंह, अब्दुल ओहाब, शेख हैदर, एकरार, आनंद कुशवाहा, कन्हैया सिंह, मोहन महतो, राजदेव यादव ने बताया कि यह गोनौली डुमरा पंचायत बाढ़ के पानी से चारो तरफ से घिर चुका है. गांव से निकलने के लिए दूसरा कोई रास्ता नही है. इधर गोनौली गांव में जाने का दूसरा रास्ता पकड़ी नुनिया टोली होते हुए भी गोनौली गांव जाने का रास्ता था, वह भी रास्ता बाढ़ के पानी बहने के कारण बंद है. वही ग्रामीण राजू पांडेय ने बताया कि गांव के किसी भी ब्यक्ति को प्रखंड मुख्यालय लौरिया जाने के लिए छाती भर पानी पार कर ही, जाने के अलावा दूसरा कोई रास्ता नही है. ऐसे परिस्थिति में यदि कोई बीमार हो जाय तो सब साधन होने के बाद भी ससमय ब्यक्ति को अस्पताल नही पहुंचाया जा सकता. अन्तोगत्वा ब्यक्ति की मौत निश्चित है. वही गोनौली डुमरा पंचायत के दीपक रजक, खजांची राम व हरी शर्मा ने कहा कि 2017 से लगातार बाढ़ का दंश सभी पंचायत वासी झेल रहे हैं. इसका स्थाई समाधान सरकार को सोचना होगा. इससे कुछ गांव को बाढ़ से राहत जरूर मिलेगा.

सिकटा में दो तटबंधों के टूटने से दर्जनों घरों में घुसा बाढ़ का पानी, सिकटा-रक्सौल रोड पर आवागमन ठप

सिकटा नेपाल के जलअधिग्रहण क्षेत्र में हुई भारी वारिश से प्रखंड के कई गाओ में बाढ़ से जनजीवन प्रभावित हो गया है. सैकड़ों एकड़ भूमि में लगे धान की फसले बाढ़ में डूब गए हैं. बाढ़ से सिकटा नदी का पश्चिम तटबंध सूर्यपुर पंचायत के पास बलीरामपुर गांव से पूरब करीब 30 फिट तक टूट गया है. जिससे बलीरामपुर, मंगलपुर, बेहरी आदि गांवों के इर्दगिर्द बाढ़ का पानी फैल गया है. बलथर पंचायत के भौरा बुढ़िया माई स्थान से उत्तर त्रिवेणी कैनाल का उत्तरी तटबंध करीब 20 फिट तक टूट गया है. जिससे जगिराहा, भौंरा, भौंरी समेत अन्य गांवों के समीप बाढ़ का पानी भर गया है. उधर बाढ़ के पानी से स्थानीय पंचायत के सिकटा गांव, धांगड़ टोली, धर्मपुर गांव के दर्जनों घरों में बाढ़ का पानी घुस गया. जिससे सैकड़ो परिवार रात भर जाग कर बिताए. उनके चूल्हे चौके बंद रहे. वही त्रिवेणी कैनाल के सिकटा-रक्सौल रोड के कठिया-मठिया चौक और कंगली के बीच नहर का पानी सड़क पर उछल कर बहने से आवागमन प्रभावित रहा. कठिया मठिया, धोबिया टोला, कंगली, मसवास समेत कई गांव बाढ़ के चपेट में है. विधायक वीरेंद्र गुप्ता व सीओ प्रिया अर्याणि ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया. साथ ही बाढ़ प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने का भरोसा दिया. वही सीओ ने बताया कि सिकटा गांव और धर्मपुर गांव में बाढ़ पीड़ितों के लिए भोजन की व्यवस्था कराई जा रही है. धांगड़ टोली में तत्काल राहत देते हुए पॉलीथिन की सीट और चूड़ा गुड़ दिया गया है. सीओ ने बताया कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है. अंचल प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. उधर बीडीओ अजीत कुमार रौशन, थानाध्यक्ष राज रौशन, पूर्व प्रखंड प्रमुख उत्कर्ष कुमार श्रीवास्तव ने ही बीती रात बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया. सुबह में पूर्व प्रमुख ने अपने निजी कोष से बाढ़ पीड़ितों को भोजन खिलाया. बाढ़ से हालात सामान्य होने तक प्रशासन चाक चौबंद व्यवस्था में है.

विधायक ने बाढ़ से घिरे गांवों का किया दौरा

मैनाटांड़ . स्थानीय विधायक वीरेंद्र गुप्ता ने शनिवार की शाम को बाढ़ से घिरे गांवों का दौरा किया . विधायक श्री गुप्ता ने बताया कि मैनाटांड़ के भलुवहिया के दलित बस्ती में ओरीया का पानी घुस जाने से गरीब लोग काफी परेशान हैं. दलित बस्ती का एक लोगों के बीच सामूहिक किचन चलाने की जरूरत है. प्रशासन को अविलंब सामूहिक किचन चलाना चाहिए. वहीं शेखवा बसंतपुर गांव में भी ओरिया के पानी से काफी नुकसान हुआ है. जिसका मुआवजा लोगों को मिलना चाहिए. विधायक ने इनरवा, भंगहा आदि गांवों में जाकर भी ओरिया से हुई तबाही का जायजा लिया और प्रशासन से राहत की मांग की है. ओरिया के पानी से धान के फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है. लहलहाती धान की फसलें पानी में डूब गयीं हैं. किसानों को उचित मुआवजा मिलना चाहिए. मौके पर गुजेश्वर साह, समसुजोहा अंसारी, अच्छेलाल राम आदि मौजूद रहे.

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