ऐतिहासिक अशोक स्तंभ परिसर हुआ जगमग, मनाया गया दीपदान उत्सव
भारतीय बौद्ध महासभा एवं सम्राट अशोक क्लब के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने बुधवार की शाम सम्राट अशोक स्तंभ परिसर में सफाई किया एवं सारे परिसर को दीपों से सजाया और मिठाइयां बांटी.
लौरिया. भारतीय बौद्ध महासभा एवं सम्राट अशोक क्लब के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने बुधवार की शाम सम्राट अशोक स्तंभ परिसर में सफाई किया एवं सारे परिसर को दीपों से सजाया और मिठाइयां बांटी. इस कार्यक्रम का संचालन क्लब के अध्यक्ष डॉ अनिल कुमार ने इस पर की महत्ता पर प्रकाश डाला. कहा कि इसी दिन तथागत बुद्ध ज्ञान प्राप्त कर कपिलवस्तु को वापस आए थे. उनके स्वागत में राज्य वासियों ने दीप जलाए थे. वही भारतीय बौद्ध महासभा के रवीन्द्र सिंह ने सम्राट अशोक ने अपने राज्य में घोषणा कि 84 हजार धम्म स्कन्धो पर एक ही दिन कार्तिक अमावस्या को दीप जलाए जाएंगे एवं इस दिन को दीपदान उत्सव के रूप में मनाया जाएगा. इसका मतलब होता है ज्ञान का दीपक, ज्ञान को दान देना, बुद्धि का विकास करना, तथागत बुद्ध के विचारों को आम जनमानस में फैलाना. इस दिन दीप जलाएं, ज्ञान का दीपक जलाएं, अपना दीपक स्वयं बने, ज्ञान को बांटे ,बुद्धि का विकास करें, इस दिन ऐसा कोई कार्य न करें जिससे पर्यावरण को नुकसान हो. इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विजय कश्यप, कीर्ति कुशवाहा, विजय कुशवाहा, महावीर राम, गौरीशंकर बौद्ध, चंद्रिका बौद्ध, भोला पासवान, हीरा कुशवाहा, डा रामलाल, विनय ठाकुर, सिपाही चौधरी, मुख्य पार्षद प्रतिनिधि संजय कुमार, उपमुख्य पार्षद प्रतिनिधि लड्डू सिंह, वार्ड पार्षद पप्पू मिश्रा, मुरारी प्रसाद, वीरेंद्र राय, सैयद तनवीर हैदर, वृजेश कुशवाहा जी, रामदास बैठा आदि ने पंचशील दीप जला कर किया. छोटी छोटी बच्चियों द्वारा सस्वर पंचशील एवं त्रिशरन किया गया. इस कार्यक्रम को सफ़ल बनाने में मुख्य भूमिका राजेंद्र कुशवाहा, विजय कुशवाहा, उमेश कुशवाहा, सुरेश कुशवाहा, भरत कुशवाहा, हीरा कुशवाहा, कैलाश प्रसाद, अनिल राम, सौरभ शुक्ला, चंदन कुमार के साथ अन्य उपस्थित रहे.
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