अस्पताल प्रबंधक ही बिगाड़ रहे, अस्पताल की विधि व्यवस्था : जिला 20 सूत्री टीम
जीएमसीएच की विधि व्यवस्था बिगाड़ने में अस्पताल प्रबंधक की ही महत्वपूर्ण भूमिका हैं.
बेतिया. जीएमसीएच की विधि व्यवस्था बिगाड़ने में अस्पताल प्रबंधक की ही महत्वपूर्ण भूमिका हैं. हैरत की बात तो यह है कि जब कुछ सामने देखकर भी अस्पताल प्रशासन खामोश हैं. ये बातें स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय तथा विभाग के अपर मुख्य सचिव को भेजे व डीएम दिनेश कुमार राय को सौंपे पत्र में जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति (बीस सूत्री) के उपाध्यक्ष सह भाजपा जिलाध्यक्ष रूपक श्रीवास्तव ने कहीं हैं. पत्र में जिला बीस सूत्री की टीम द्वारा गत 11 सितम्बर के निरीक्षण के बाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल (जीएमसीएच) में व्याप्त भ्रष्टाचार व लापरवाही की पोल खोलकर, कारवाई की मांग की गई हैं. जिसमें यह बताया गया हैं कि मेडिकल कॉलेज में प्राध्यापक चिकित्सकों की अनुपस्थिति व सरकार द्वारा दी गई सुविधाओं के नाम पर हरेक महीने लाखों रुपए का ग़लत भाउचर बना राशि का उठाव किया जा रहा हैं. सफाई के नाम पर अस्पताल में खानापूर्ति हो रही हैं. परिसर में जलजमाव व गंदगी का अंबार लगा हुआ हैं. टीम में शामिल रूपक श्रीवास्तव, सीमा माधोगढ़िया व रामेश्वर चौरसिया ने बताया कि अस्पताल में चारों तरफ गंदगी फैली हुई हैं. वार्डों से बदबू आती हैं. इमरजेंसी वार्ड में ईसीजी की व्यवस्था नहीं हैं. लेबर रूम (प्रसव वार्ड) में नर्सिंग ऑफिसरों द्वारा बिना पैसे लिए काम नहीं किया जाता हैं. ओपीडी में बगैर एसी के स्वास्थ्यकर्मी काम करते हैं. हजारों की भीड़ में पहुंचे मरीजों को भी परेशानी होती हैं. एकाउंटेंट पद पर कार्यरत शाहनवाज को अस्पताल प्रबंधक बनाया गया हैं, जो पूरे अस्पताल की व्यवस्था बिगाड़ रहा हैं. एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड के कर्मियों द्वारा मरीजों के साथ गलत व्यवहार किया जाता हैं साथ ही उक्त जगहों पर मरीजों के बैठने की भी समुचित व्यवस्था नहीं हैं.
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