रामनगर. प्रखंड के खाद्य आपूर्ति विभाग के ऑपरेटर आलोकनाथ तिवारी के एक डीलर से अवैध उगाही का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. स्थानीय आपूर्ति विभाग के पदाधिकारी फिलहाल कुछ बोलने से अपना पलड़ा झाड़ रहे है. बगहा एसडीएम डॉ.अनुपमा सिंह को इसकी जांच का जिम्मा सौंपा गया है. इस वजह से आम लोगों समेत डीलर वर्ग में परिणाम की उत्सुकता है. बताते चले कि डैनमरवा के खाद्य आपूर्ति विक्रेता मो. महमूद आलम ने स्थानीय खाद्य आपूर्ति विभाग के ऑपरेटर के खिलाफ कमर कसते हुए जिलाधिकारी को आवेदन सौंपा है.जिसमें 17 रुपये प्रति क्विंटल के दर से कमीशन लेने का आरोप लगाया गया है.जिसमें उक्त ऑपरेटर द्वारा जिला और अनुमंडल के नाम पर उक्त कमीशन रकम वसूला जाता है. जिलाधिकारी को सौंपे गए आवेदन में सन 2020 में 8 माह के मार्जिन मनी मांगने के बदले उसे 12 प्रतिशत कमीशन उगाही का जिक्र किया गया है. आवेदक डीलर ने आरोपी के खाता में जो भी राशि भेजी है. उसका एक एक खाता भी संलग्न किया गया है. आगे ये भी शिकायत की गई है कि जब भी कोई डीलर रुपया नहीं देना चाहता है. उस पर बार बार दुकान जांचने की धमकी दी जाती है.जैसे ही कोई डीलर पैसे देने में विलंब करता है. प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी उस दुकान की जांच में पहुंच जाती है. अतिरिक्त आवंटन के लिए रुपया लिया जाता है. एसएफसी गोदाम से जो 550 ग्राम राशन मिलना चाहिए उसे भी नहीं दिया जाता है. ऐसा लगता है कि उक्त ऑपरेटर और एसएफसी गोदाम के कर्मियों का मिलीभगत है.जिससे तंग कुछ डीलरों द्वारा एक सूचना उच्च न्यायालय को भी दी गई है.
प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी
प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी मोनिका कुमारी ने बताया कि आवेदन की सूचना है.इसकी जांच अनुमंडल पदाधिकारी को सौंपी गई है. जिला खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी ने बताया कि बगहा एसडीएम को जांच प्रतिवेदन भेजा गया है. वे ही इसकी जांच करेंगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है