नरकटियागंज . गन्ना उद्योग विभाग की टीम ने रविवार को न्यू स्वदेशी सुगर मिल्स में जांच की. संयुक्त ईखायुक्त जयप्रकाश नारायण सिंह, केन ऑफिसर श्रीराम सिंह समेत अन्य टीम में शामिल रहे. अधिकारी सबसे पहले मिल के कांटा पर पहुंचे और गन्ना तौल की जांच की. जांच के दौरान चीनी मिल की ओर से घटतौली तो नही की जा रही इसकी विस्तृत रूप से जांच की गयी. अधिकारियों ने किसानो से भी पूछताछ की. जांच को पहुंचे संयुक्त ईखायुक्त श्री सिंह ने बताया कि वे चंपारण की चीनी मिलो का निरीक्षण करने पहुंचे है. चीफ सेक्रेटरी और केन कमिश्नर के निर्देश पर बगहा, हरीनगर, लौरिया, मझौलिया और नरकटियागंज में घटतौली की जांच की गयी है. प्रगति यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने किसानों के लिए प्रति क्विंटल 10 रुपये गन्ना मूल्य बढ़ोतरी कर भूगतान करने को कहा है, लेकिन चीनी मिलें उदासीनता बरत रही है. अभी तक महज तीन हजार के करीब ही किसानों का डाटा चंपारण की चीनी मिलों द्वारा उपलब्ध कराया गया है. इसमें बगहा चीनी मिल की ओर से 1700 किसानों का डाटा उपलब्ध कराया गया, जबकि हरिनगर 496, नरकटियागंज 596 लौरिया 1000 और मझौलिया मिल की ओर से 1000 किसानों का डाटा ही उपलब्ध कराया गया है. ये गंभीर बात है. सीएफएस के तहत भुगतान के लिए गन्ना किसानों का आधार संख्या, जन्म तिथि और पिन कोड नंबर आवश्यक है. किसानों को अधिक से अधिक लाभ हो 31 दिसंबर से पहले मिलों में की गयी गन्ना आपूर्ति पर 10 रुपये की दर से भुगतान करना है, लेकिन लक्ष्य के अनुरूप मिले किसानों का डाटा उपलब्ध कराने में पीछे है. इखयुक्त ने मिल के अधिकारियों को हर हाल में डाटा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. ईखायुक्त ने मिल प्रबंधन के साथ बैठक भी की और डाटा उपलब्ध कराने में तेजी लाने का निर्देश दिया. मौके पर चीनी मिल के कार्यपालक अध्यक्ष चन्द्रमोहन, कार्यपालक उपाध्यक्ष केएस ढाका, कार्यपालक उपाध्यक्ष आईटी रजनीश सिंह आदि मौजूद रहे.
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