बैरिया. प्रखंड में स्थित चंपारण तटबंध में डुमरिया गांव के पास बुधवार को करीब 11 बजे दिन से रिसाव तेज हो गया है. इसको लेकर ग्रामीण भयभीत हैं. उनका कहना है कि यदि यह बांध टूटा तो प्रखंड के अब तक शेष बची आधा दर्जन से ज्यादा पंचायतें बाढ़ की चपेट में आ जायेगी और उनको भारी क्षति उठाना पड़ेगा. इधर ग्रामीण अमर कुशवाहा ने बताया कि जब बाढ़ का पानी डुमरिया व जगीराहा गांव में घुसा जो गांव चंपारण तटबंध व पीडी रिंग बांध के बीच में है तो इस गांव के लोगों ने चंपारण तटबंध पर शरण लेना शुरू किया. इसी बीच ग्रामीणों ने देखा कि चंपारण तटबंध में तेजी से रिसाव होना शुरू हो गया है. इसके बाद ग्रामीणों ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को फोन किया. जल संसाधन विभाग के एसडीओ प्रदीप कुमार अलर्ट मोड में वहां पहुंचे और इस रिसाव को रोकने के लिए कार्य प्रारंभ कर दिया है. उन्होंने बताया कि बांध को कोई विशेष खतरा नहीं है. हर संभव प्रयास कर बांध को बचाया जाएगा. उन्होंने समीपवर्ती ग्रामीणों से कहा कि लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है. बचाव जारी है.
–टूटा बांध तो बाकी के आधा दर्जन पंचायत भी होंगे प्रभावित
ग्रामीणों ने आशंका जतायी है कि अगर डुमरिया के पास चंपारण तटबंध टूटता है तो प्रखंड मुख्यालय सहित अब तक बाढ़ से शेष बचे प्रखंड के आधे दर्जन से अधिक पंचायत तंधवानंदपुर, बैरिया, लौकरिया, बथना, मियांपुर, फुलियाखांड़, तुमकड़िया आदि पंचायतों में बाढ़ का प्रकोप आरंभ हो जायेगा.
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