वामपंथी दलों ने निकाला मार्च, कहा युद्ध नहीं शांति चाहिए

तीनों वामपंथी पार्टी भाकपा, माकपा, माले के संयुक्त बैनर तले इजराइल द्वारा फिलस्तीन के साथ लगातार एक वर्ष तक युद्ध करने तथा फिलस्तीन की जनता को नेस्तनाबूत करने की नीयत एक वर्ष पूरा हो गया.

By Prabhat Khabar News Desk | October 7, 2024 8:33 PM

बेतिया. तीनों वामपंथी पार्टी भाकपा, माकपा, माले के संयुक्त बैनर तले इजराइल द्वारा फिलस्तीन के साथ लगातार एक वर्ष तक युद्ध करने तथा फिलस्तीन की जनता को नेस्तनाबूत करने की नीयत एक वर्ष पूरा हो गया. इस इंसानियत विरोधी युद्ध के खिलाफ इजराइल के खिलाफ तथा फिलस्तीन की जनता के समर्थन में बेतिया राजदयोढी से मार्च निकाल कर समाहरणालय गेट तक मार्च किया गया.मार्च करने वाले लोग युद्ध नहीं शांति चाहिए, युद्ध नहीं रोजगार चाहिए, अमेरिका इजराइल गठजोड़ मुर्दाबाद, फिलस्तीन की जनता को न्याय दो, का नारा लगा रहे थे. मार्च का नेतृत्व भाकपा जिला सचिव ओम प्रकाश क्रांति, माकपा के राज्य सचिव मंडल सदस्य प्रभुराज नारायण राव, माले के सुनील राव ने किया, भाकपा जिला सचिव ओम प्रकाश क्रांति ने बताया कि भारत फिलस्तीन का संबंध काफी मधुर रहा है, भारत हमेशा फिलस्तीन की जनता के साथ खड़ा रहा है. गुटनिरपेक्षता, शांति पूर्ण सहअस्तित्व के साथ साथ पंचशील का सिद्धांत भारत की विदेश नीति का आधार रहा है. लेकिन वर्तमान भारत सरकार अमेरिका की पिछलग्गू बन कर आज देश तथा दुनिया में अशांति फैलाने वाले तत्वों का पक्षधर बन कर कारपोरेट सम्राज्यवाद का प्रबल समर्थक बन गई है, जो भारत के विदेश नीति का खुल्लमखुल्ला उल्लंघन है. आज दुनिया में कारपोरेट सम्राज्यवाद अपनी पैठ जमाने के लिए अंधविश्वास, पाखंड, आडम्बर, धर्म, साम्प्रदाय, को बढ़ावा और संरक्षण दे रहा है. माकपा राज्य नेता प्रभुराज नारायण राव ने मोदी सरकार पर प्रहार करते हुए किसान, मजदूर और शांति विरोधी सरकार बताया माले नेता सुनील राव ने कहा कि फिलस्तीन की जनता के साथ इजराइल दादागिरी कर दुनिया के नक्शे से फिलस्तीन को मिटाना चाहता है, भारत की सरकार भले ही अमेरिका इजराइल का समर्थन करे लेकिन देश की जनता फिलस्तीन की जनता के साथ है. वामपंथी पार्टियां सदैव युद्ध के खिलाफ और शांति का पक्षधर रही है, और तीनों वामपंथी पार्टियां इजराइल फिलस्तीन युद्ध पर रोक लगाने की मांग करती है, तथा फिलस्तीन की जनता खासकर महिलाओं, बच्चों के रक्षा की गारंटी की मांग करती है. प्रतिरोध मार्च में राधामोहन यादव, बब्लू दूबे, कृष्ण नन्दन सिंह, संजय सिंह, अंजारूल, एकबालजी पाण्डेय, साधु सिंह, अच्छे लाल, पीताम्बर शर्मा, माकपा के चांदसी यादव, शंकर राव, प्रकाश वर्मा, माले के सुनील यादव, संजय राम, फरहान राजा, आदि उपस्थित रहे.

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