मधुबनी. धनहा थाना क्षेत्र के धनहा पंचायत अंतर्गत बंसी टोला गांव में गत दिवस बुधवार को भी वन विभाग के द्वारा तेंदुए की पकड़ने के लिए वन विभाग के अलावा पुलिस द्वारा रात भर लोगों को जागरूक करते रहे. वही वन विभाग के कर्मियों ने पद चिन्हों को देखकर दिशा की पहचान कर रहे है.इस प्रकार दूसरे दिन भी डेरा जमाया हुआ है.ज्ञात हो कि पिछले कल मंगलवार के दिन पशुओं के लिए घास काटने गए 6 लोगों को तेंदुए द्वारा घायल किया गया था. घायलों में चार की गहरी जख्मी है. तो वहीं दो लोग आंशिक रूप से घायल हुए थे.जिसका स्थानीय पीएचसी दहवा में इलाज के बाद घर भेज दिया गया.एक तरफ पालतू पशुओं की लेकर किसानों में भय व्याप्त है.तो वहीं खड़ी फसल गन्ने की कटाई व लदाई के लिए किसान खेतों में जाने से परहेज कर रहे हैं.वही बकरी पालकों में भी डर का माहौल बना हुआ है. ग्रामीण खुद व पशुओं को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं.
गांव के ग्रामीणों द्वारा रतजगा
प्रत्यक्षदर्शी संतोष पटेल के द्वारा बताया गया कि पूरी रात ग्रामीणों द्वारा रतजगा कर पालतू पशुओं की देखरेख एवं हल्ला बोल कर पहरेदारी की गई.पहरेदारी के दौरान वन विभाग के कई कर्मी मौजूद थे. स्थानीय थाने के पुलिसकर्मी व चौकीदार भी मुस्तैद रहें. ज्ञात होगी सीओ नंदलाल राम ने बताया कि अभी तक तेंदुए की रेस्क्यू नहीं होने से किसानों में और असहजता है एवं जब तक तेंदुए का कोई अता पता नहीं चल जाता.प्रशासन के तरफ से खोजबीन जारी है.ज्योही तेंदुए की किसी प्रकार की खबर मिलती है. तो ग्रामीण क्षेत्रों में सूचना दी जाएगी.वहीं थाना अध्यक्ष धर्मवीर कुमार भारती ने बताया कि छह लोगों के बाद अभी तक किसी भी जान माल का नुकसान नहीं है.पुलिस प्रशासन मुस्तैद है साथ ही वन विभाग के आए.वन विभाग तीन टीम अलग अलग रेस्क्यू में जुटी हैतीन टीम में अलग-अलग जगह से पग चिन्हों के माध्यम से रेस्क्यू करने की तैयारी में जुट गए हैं. मदनपुर रेंज वन विभाग के द्वारा घायलों को सहायता दी जाएगी.इसकी जानकारी देते हुए सुनील कुमार ने बताया की टीम लगी हुई है. बहुत जल्द तेंदुए को पड़कर वन क्षेत्र में लाया जाएगा.
जनप्रतिनिधियों ने लोगों से किया अपील
मौके पर जिला परिषद प्रतिनिधि जितेंद्र गुप्ता,जदयू प्रखंड अध्यक्ष दूधनाथ कुशवाहा, समाज सेवी जितेंद्र बैठा, खेमस नेता प्रदीप ठाकुर के द्वारा भी लोगों से यह अपील किया गया कि जब तक तेंदुए की पकड़ नहीं होती है. बच्चे और बूढ़े खेतों के तरफ अकेले ना जाएं एवं बहुत जरूरी होने पर ही खेतों में जाएं तथा समूह बनाकर जाए एवं पशुओं के लिए चारा काटने के दौरान यह ध्यान रखा जाए. की कहीं तेंदुआ तो नहीं बैठा है शोर शराबा करने के बाद ही किसान खेतों में जाएं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है