बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (VTR) वन प्रमंडल 2 के वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र से सटे रिहायशी इलाकों में जंगली जानवरों की चहलकदमी तेजी से बढ़ गई है. हर दिन जंगलों से भटककर सांप, भालू, तेंदुआ और खासकर बंदर जैसे जंगली जानवर रिहायशी इलाकों में पहुंच रहे हैं. जिससे स्थानीय लोगों में इन जानवरों का आतंक बढ़ गया है. जिसके बाद वन विभाग ने स्थानीय लोगों को सतर्क रहने को कहा है.
एक सप्ताह से घूम रहा तेंदुआ
इसी क्रम में पिछले एक सप्ताह से शहर के हवाई अड्डा चौक वर्मा टोली वार्ड नंबर 8 में रात्रि में वन क्षेत्र से एक तेंदुआ विचरण कर रहा है, जिससे ग्रामीणों और उनके पशुओं की जान-माल को खतरा बना हुआ है. ऐसे में लोगों को सजगता एवं सावधानी बरतने की आवश्यकता है. ग्रामीणों ने इस संबंध में वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र कार्यालय को सूचना दी है.
जान-माल पर मंडरा रहा खतरा
स्थानीय ग्रामीण रामचंद्र कुशवाहा, भरत कुशवाहा, चंद्र प्रकाश कुशवाहा, अशोक कुशवाहा, गोरख कुशवाहा आदि ने बताया कि जान-माल के साथ-साथ हम लोगों के घरों में बकरी और गायों पर भी खतरा मंडरा रहा है. इस संबंध में पूछे जाने पर वाल्मीकि नगर रेंजर राजकुमार पासवान ने बताया कि ग्रामीणों से अपील है कि वे सतर्क और सजग रहें. वनकर्मी निगरानी कर रहे हैं.
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कुछ दिन पहले सड़क पर भी दिखे थे तेंदुए
बीते सप्ताह वाल्मीकि नगर से बगहा जाने वाली मुख्य सड़क पर भी तीन देखे गए थे. इन तीनों तेंदुओं को वन विभाग के कैमरे में देखा गया था. जिसके बाद इस सड़क से गुजरने वाले लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई थी. मालूम हो कि वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में तेंदुओं की गिनती नहीं होती है लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो टाइगर रिजर्व में तेंदुए बड़ी संख्या में रहते हैं. वहीं बाघों के ताजा आंकड़ों की मानें तो टाइगर रिजर्व में करीब 54 बाघ हैं जबकि उनके शावकों की संख्या में भी इजाफा हो सकता है.