बेतिया के 2706 में से 1356 मतदान केंद्रों से होगी लाइव वेब कास्टिंग
बेतिया के 2706 में से 1356 मतदान केंद्रों से होगी लाइव वेब कास्टिंग
जिले के 2706 में से 1356 मतदान केंद्रों से होगी लाईव वेब कास्टिंग
बेतिया.जिले में एक सहायक मतदान केंद्र समेत 2706 मतदान केंद्र है, जहां मतदाता आगामी 25 मई को अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इसमें लगभग 1356 मतदान केंद्र ऐसे मतदान केंद्र है, जहां इस बार मतदान प्रक्रिया की लाइव वेब कास्टिंग होगी. केंद्रों पर गड़बड़ी की आशंका को देखते हुए यह व्यवस्था की गयी है. लोकसभा चुनाव में पारदर्शिता और निष्पक्षता बरकरार रखने के लिए भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर यह उपाय किए गए हैं. वैसे तो वोटर निर्भय हो अपने मताधिकार का उपयोग करें. इसके लिए बूथ पर सुरक्षाबल तैनात रहेंगे. इसके अतिरिक्त उड़नदस्ता टीम के अलावा हर जगह सुरक्षा बल गश्त करते हैं. लेकिन बूथों पर निष्पक्षता के लिए अधिकांश बूथों पर वेब कास्टिंग की भी व्यवस्था रहेगी.
इसके लिए जिला निर्वाचन अधिकारी सह डीएम दिनेश कुमार राय ने अधिकारियों को आदेश जारी कर दिया हैं. उन्होंने कहा है कि वेबकास्टिंग के लिए चयनित बूथों पर दक्ष वेबकास्टिंग टीम को ही लगाया जाए. डीएम ने यह भी निर्देश दिया है कि अधिकारी यह निश्चित कर लें कि वेबकास्टिंग में लगी टीम के पास 4 घंटे की बैकअप जरूर हो. वेबकास्टिंग के माध्यम से जिला नियंत्रण कक्ष से सीधे बूथों पर निगरानी रखी जा सकेगी. साथ ही आयोग अगर चाहे तो वह भी अपनी नजर रख सकता है. इससे मतदान प्रक्रिया में निष्पक्षता और पारदर्शिता बनी रहेगी. जहां वेबकास्टिंग की व्यवस्था नहीं होगी वहां माइक्रो ऑब्जर्वर तैनात रहेंगे, जो पूरे मतदान प्रक्रिया पर नजर रखेंगे और गड़बड़ी होने पर सीधे ऑब्जर्वर को रिपोर्ट करेंगे. तकनीकी अधिकारियों का कहना है कि लोकसभा चुनाव में होनेवाली व्यवस्था पहले की तुलना में काफी बेहतर होगी. इस बार 50 फीसदी मतदान केंद्रों से लाइव प्रसारण की व्यवस्था की जायेगी. इससे पहले केवल मतदान केंद्रों से वीडियो ही दिखायी जाती थी, लेकिन इस बार वीडियो के साथ ऑडियो भी सुनने की व्यवस्था रहेगी. इसके लिए कैमरे में एक चिप लगायी जायेगी तथा नये सॉफ्टवेयर के जरिये वीडियो व ऑडियो दोनों सुनाई देगा. इस तरीके से अब मतदान केंद्रों पर गड़बड़ी की शिकायत होने पर जांच में काफी सहयोगी मिलेगा. निर्वाचन आयोग ने अब दोनों तरह की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है. ताकि राज्य एवं जिला मुख्यालय से निगरानी के दौरान देखा जा सके कि मतदान केंद्र पर क्या चल रहा है. निर्वाचन अधिकारियों के साथ साथ आम मतदाताओं की क्या गतिविधियां हैं. इसकी जानकारी मिल सकेगी.लगेंगे दो कैमरे, बिजली नहीं रहने पर भी होगा प्रसारण