लोक अदालत में आपसी भाईचारा एवं सौहार्द के बीच सुलझते हैं मामले
बेतिया और बगहा न्याय मंडल में आयोजित नेशनल लोक अदालत में कुल 3037 पदों का निष्पादन किया गया.
बेतिया. बेतिया और बगहा न्याय मंडल में आयोजित नेशनल लोक अदालत में कुल 3037 पदों का निष्पादन किया गया. इसमें सर्वाधिक मामले विभिन्न बैंकों के कुल 1235 वाद निष्पादित किए गए. बेतिया में बैंक से जुड़े 971 तथा बगहा में 264 मामलों का निपटारा किया गया. बेतिया में समझौता राशि 4 करोड़ 7 लाख 36 हजार 289 रही. जबकि वसूल राशि एक करोड़ 19 लाख 7 हजार 191 रही. वहीं बगहा में समझौता राशि एक करोड़ 18 लाख 37 हजार 765 रही. बेतिया और बगहा में कुल 802 आपराधिक मामलों का निष्पादन किया गया. बेतिया में 546 तथा बगहा में 256 वादों का निष्पादन किया गया. बेतिया में वन वाद के 40 तथा बगहा में चार वादों का निष्पादन हुआ. रेलवे से जुड़े कल 905 वादों का निष्पादन किया गया. जबकि बीमा दावा के चार मामले तथा वैवाहिक वाद के 12 मामले निपटाए गए. शनिवार को बेतिया सिविल कोर्ट परिसर में आयोजित नेशनल लोक अदालत का उद्घाटन जिला जज प्रजेश कुमार एवं जिला पदाधिकारी दिनेश राय ने अन्य न्यायिक पदाधिकारी के साथ दीप प्रज्वलित कर किया. इस मौके पर जिला जज ने बताया कि लोक अदालत में मुकदमों का निष्पादन सुलह एवं समझौते के आधार पर किया जाता है. मुकदमों के निष्पादन में कोई खर्च नहीं लगता है. यहां मुकदमों के निष्पादन से दोनों पक्षों में आपसी भाईचारा एवं सौहार्द कायम रहता है. वहीं जिला पदाधिकारी ने इस मौके पर कहा कि लोक अदालत में छोटे-छोटे मुकदमों के निष्पादन होने से न्यायालय पर मुकदमों के बोझ में कमी आती है. जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव अमरेंद्र राज ने बताया कि विभिन्न विभागों के मुकदमों के निष्पादन के लिए अलग-अलग 21 बेंच बनाए गए हैं. इस मौके पर जिला विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष एगेन्द्र कुमार मिश्रा उर्फ विनोद मिश्र, सभी न्यायिक पदाधिकारी गण, न्यायालय कर्मी, अधिवक्ता एवं पक्षकार उपस्थित थे.
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