बेतिया. महारानी जानकी कुंवर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो.(डॉ) रवींद्र कुमार चौधरी ने कहा कि विविध प्रयास के बाद भी हमारे विद्यार्थी अपने वर्ग में पढ़ने के लिए नियमित नहीं आ रहे हैं. उनके लिए चिंतित कॉलेज प्रशासन आज से सभी विषयों के नियमित ऑनलाइन पढ़ाई की विशेष व्यवस्था शुरू कर रहा है. अब हमारे विद्वान प्राध्यापक लाइव क्लास के माध्यम से अपने विद्यार्थियों की नियमित पढ़ाई में मदद करेंगे. वे सोमवार शाम महाविद्यालय में मूल भवन में संचालित जंतु विज्ञान विभाग में डिजिटल लर्निंग स्टूडियो और डिजिटल बोर्ड युक्त स्मार्ट क्लास के स्पेशल स्टडी रूम का उद्घाटन के बाद प्राध्यापक और विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे. इस मौके पर प्राचार्य प्रो. चौधरी ने कहा कि अत्याधुनिक डिजिटल बोर्ड युक्त स्मार्ट क्लास का कॉलेज में स्थापित हो जाने से हमारे हजारों विद्यार्थी डिजिटल लर्निंग जैसी अत्याधुनिक पढ़ाई का लाभ ले सकेंगे. इसके साथ ही इस स्मार्ट क्लास रूम के समीप बने साउंड प्रूफ डिजिटल स्टूडियो में लगे आधुनिक उपकरणों के माध्यम में तैयार डिजिटल नोट्स और वीडियो क्लिप को हमारे विद्यार्थी अपने विभाग और विषय के लिए तैयार विशेष लिंक के माध्यम से कॉलेज के यू-ट्यूब चैनल और फेसबुक लाइव के माध्यम से भी अपने सभी विषयों के अपलोड नोट्स के साथ वीडियो के माध्यम से भी ऑनलाइन भी पढ़ाई कर पाएंगे. प्राचार्य ने कॉलेज में डिजिटल लर्निंग की जरूरत और स्कोप की भी इस मौके पर विस्तार से व्याख्या की.प्रो चौधरी ने बताया कि आज से करीब चार दशक पहले तक कॉलेज में पढ़ने वाले करीब साढ़े पांच हजार विद्यार्थियों के लिए कुल 56 प्राध्यापक पदस्थापित थे. आज के दौर में यहां जब 14 हजार से भी अधिक छात्र छात्राओं का नामांकन है तो हमारे कॉलेज में करीब दर्जन भर नई नियुक्ति के बावजूद कुल मात्र 22 ही प्राध्यापक प्राध्यापिका पदस्थापित हैं. बावजूद इसके हमें गर्व है कि सबने डिजिटल लर्निंग और लाइव क्लास की आधुनिक व्यवस्था के माध्यम से इस कठिन चुनौती पर विजय पाने का सामूहिक संकल्प लेकर हमें गौरवान्वित होने का मौका दिया है. इस आयोजन के मुख्य अतिथि कॉलेज के रिटायर उर्दू विभागाध्यक्ष प्रो.(डॉ) शमशुल हक़ ने कहा कि डिजिटलाइजेशन के इस युग में अपने एमजेके कॉलेज को स्मार्ट होते देख कर बेहद खुशी हो रही है. वही कॉलेज में स्थापित डिजिटल लर्निंग विंग के नोडल अधिकारी और जूलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. हफीजुर्र रहमान ने कहा कि अपने प्राचार्य की उम्दा सोच पर हमें गर्व हो रहा है. राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापन के मौके पर उपस्थित प्राध्यापक और प्राध्यापिकाओं ने अपने विद्यार्थियों के साथ हम होंगे कामयाब… का प्रेरक गीत गाकर कार्यक्रम का समापन किया. इस आयोजन में दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. प्रेम कुमार, उर्दू विभागाध्यक्ष डॉ. शमी हसन और गणित की नवागत प्राध्यापिका डॉ. इंदु शुक्ला और दर्जनों छात्र छात्राओं की रचनात्मक भागीदारी रही.
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