मूसलाधार बारिश से जिले में उफनायी पहाड़ी नदियां, कई गांवों के सरेह व घरों में घुसा बाढ़ का पानी

नेपाल व वाल्मीकिनगर गंडक बराज से लगातार छोड़े जा रहे पानी व क्षेत्र में विगत तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश से दियारा क्षेत्र में पानी भरना शुरू हो गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 28, 2024 9:51 PM
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नौतन . नेपाल व वाल्मीकिनगर गंडक बराज से लगातार छोड़े जा रहे पानी व क्षेत्र में विगत तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश से दियारा क्षेत्र में पानी भरना शुरू हो गया है. इधर पानी व लगातार बढ़ रहा दबाव व हो रही तेज बरसात से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भय का माहौल कायम हो गया है. किसान अपने गन्ना व धान के फसलों के बर्बाद होने की खबर पर दुखी हो गये है लगातार बढ़ रही पानी को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है. शनिवार को दियारे में बढ़ रहे पानी का निरीक्षण अंचलाधिकारी अजीत कुमार झा व राजस्व कर्मचारी राजेश मिश्रा ने किया. सीओ ने बताया कि वाल्मीकिनगर गंडक बराज से लगातार छोड़े जा रहे पानी व लगातार हो रही बारिश को लेकर भगवानपुर पंचायत के वार्ड नंबर चार व शिवराजपुर पंचायत के वार्ड नंबर सात चारों तरफ से पानी से घिर गया है. वहां के ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर लाने को लेकर समुचित नाव की व्यवस्था कर दिया गया है. वहीं आस पास के इलाकों में सभी लोगों को बाढ़ को लेकर अलर्ट कर दिया गया है तथा सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दे दिया गया है. फिलहाल गांव के आसपास पानी भरा हुआ है तथा पानी बढ़ रहा है. ऐसे में प्रशासन द्वारा बाढ से निपटने को लेकर सारी तैयारियां जोरों पर हैं. गौनाहा के हरकटवा गांव के दर्जनों घरों में घुसा बाढ़ का पानी, मची अफरातफरी –पंडई, गांगुली, द्वारदह, हड़बोड़ा आदि पहाड़ी नदियों में बाढ़ का पानी खतरे का निशान से ऊपर गौनाहा. प्रखंड में तीन दिनों से लगातार हो रही मुसलाधार बारिश से प्रखंड के सभी पहाड़ी नदियों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. इसी दौरान शुक्रवार को रात्रि के करीब 12 बजे प्रखंड के रूपालिया पंचायत की हरकटवा गांव के दर्जनों घरों में बाढ़ का पानी घुसने से अफरा तफरी मच गया है. इसकी जानकारी देते हुए वहां का वार्ड सदस्य विश्राम गौरव व पंचायत समिति सदस्य अवध बिहार महतो ने बताया कि छेकराहा नदी में बाढ़ आने से हरकटवा गांव के मनोहर गौरव, सीतामणी देवी ,जंगली मांझी, राजेंद्र नाथ, केदारनाथ जय बहादुर नाथ, शत्रुघ्न नाथ, तुलसी नाथ, संजय नाथ, राजू नाथ, मनोरमा नाथ, मुरारी मुखिया, संतोष गौरव, दीपक गौरव, जगत गौरव, अशोक गौरव, मोहन गौरव, गौरी शंकर गौरव, हनुमान गौरव के घर में बाढ़ का पानी घुस गया. जिसे पूरे गांव में अफरा तफरी का माहौल बन गया. घर में रखें धान, चावल, कपड़े आदि सभी सामान बाढ़ के पानी से भींग गये और बहने लगे. बाढ़ के पानी से गांव में काफी क्षति हुई है. वहीं लगातार पानी बरसने से घर में पानी लगा हुआ था. वही जैसे-जैसे बारिश कम होने पर पानी को निकालने का प्रयास किया जा रहा था. घर में पानी घुसने से घर के महिला, बच्चे व बूढ़े सभी परेशान हो गए हैं. एक तरफ खाना बनाने की परेशानी तो दूसरी तरफ मवेशियों के लिए चारे की परेशानी काफी बढ़ गई है. वही लगातार मूसलाधार बारिश होने से प्रखंड के पंडई, गांगुली, द्वारदह, हड़बोड़ा इत्यादि सभी पहाड़ी नदियों में बाढ़ का पानी खतरे का निशान से ऊपर बह रही हैं. वही नदियों के किनारे बसे गांवों को पहले से ही प्रशासन द्वारा अलर्ट जारी किया गया था. इसके बावजूद भी अचानक बारिश होने और बाढ़ का पानी आने से सभी गांव में बाढ़ का खतरा बढ़ गया. नदियों के किनारे लगे फसल भी बर्बाद हो रहे हैं. सिकटा-रक्सौल मुख्य मार्ग पर चढ़ा पानी, आवागमन प्रभावित सिकटा. लगातार हो रही वारिस से समूचा जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्र में हो रही भारी बारिश से प्रखंड की सभी नदियों के जलस्तर काफी बढ़ गई है. बाढ़ की संभावना बनी हुई है जिससे किसान चिंतित हैं. सिकटा में 109.6 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है. हालांकि अभी स्थिति सामान्य है. कहीं कहीं सरेही नालों की पानी खेतों को जलमग्न किये हुए हैं. सीओ प्रिया अर्याणि ने बताया कि अभी बाढ़ के हालात नहीं है, लेकिन अंचल प्रशासन अलर्ट मोड़ पर है. सभी कर्मचारियों को निगरानी के लिए तैनात कर दिया गया है. सभी तटबंधों की निगरानी कराई जा रही है. उधर अंचल में बारिश का दौर जारी है. रुक रुक कर बारिश बरस रही है. इधर, सिकटा बाजार से धरमपुर गांव होकर रक्सौल जाने वाली सड़क पर बाढ़ का पानी चढ़ गया है. इससे आवागमन प्रभावित है. बाढ़ से दर्जनों गांव में पानी फैल चुका है. ओरिया समेत अन्य पहाड़ी नदियों के जलस्तर में वृद्धि, लोगों में दहशत मैनाटांड़. विगत चार दिनों प्रखंड क्षेत्र में हो रहे लगातार झमाझम बारिश से पहाड़ी नदी ओरिया, दोरहम, नौखनिया, गंगासागर, बिरहा आदि के जलस्तर में वृद्धि हो गयी है. बिरंची तीन के पास दोरहम का पानी दबाव बनाये हुये है. दोरहम के रौद्र रूप देखकर बिरंची तीन के लोग सहमे हुये हैं. उधर ओरिया का पानी भंगहा गदियानी गांव के पास पहुंच गया है. गदियानी उर्दू विद्यालय के पास से पानी बह रहा है. उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय टोला चपरिया में ओरिया नदी का पानी घुस गया है. जिससे पठन पाठन शनिवार को नहीं हो पाया. वहीं सीमावर्ती इनरवा बाजार और गांव के पास ओरिया का पानी पहुंच गया है. हाईवे सड़क से सटकर बह रहे ओरिया के पानी से लोगों में दहशत है. वहीं इनरवा बाजार में भी पूरब की ओर ओरिया का पानी घुस गया है. इनरवा के मुखिया प्रतिनिधि राजेश भगत, ग्रामीण नबी रसूल अंसारी, शमशाद आलम, भंटू अंसारी, शेर साहब मियां, इंतयाज मियां, लालबाबू मियां, शफिक माया, सरफराज आलम, सरोज आलम, होदा मियां आदि ने बताया कि ओरिया नदी के पानी से बचाव के लिए हर साल निरीक्षण होता है, लेकिन भंगहा से लेकर इनरवा तक तटबंध बनाने की अभी तक किसी ने जरूरत नहीं दिखलाई. आखिर में जब ओरिया के पानी से हर साल नुकसान होता ही रहता है तो प्रशासन तटबंध का निर्माण क्यों नहीं करता. लगातार बारिश से पहाड़ी नदियों के जलस्तर और बढ़ने का चांस है. उधर सीओ आशीष आनंद ने बताया कि अंचल प्रशासन के द्वारा सभी पहाड़ी नदियों के जल स्तर पर लगातार निगरानी रखी जा रही है. लोगों को सतर्क और जागरूक रहने की जरूरत है. सभी राजस्व कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है कि अपने अपने हल्का में बहने वाली पहाड़ी नदियों के जलस्तर पर नजर बनाते हुये मुख्यालय को सूचित करते रहे. उधर लगातार बारिश से आमजनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. सड़कों पर आवाजाही ना के बराबर है. उफनाईं नदियां, कई विद्यालय व गांवों में घुसा बाढ़ का पानी इनरवा. तीन दिनों से लगातार बारिश के कारण मैनाटांड़ के ओरिया, करताहा, तेतरी सहित कई नदियों के जलस्तर में वृद्धि तेजी से होने लगी है. प्रखंड की उच्च माध्यमिक विद्यालय टोला चपरिया भलवाहिया के विधालय बढ़ का पानी घुस गया है जिससे पढ़ाई बाधित हो रही है. वही इनरवा व भंगहा में ओरिया नदी के उफनाने से तबाही मची हुई है. किसानों की धान पानी में डूब गई है. इधर डामरापुर के बिरंची तीन, बंगाली कॉलोनी ने दोहरम नदी के उफनाने से सड़क का कटाव हो गया है, जिससे कई गांवों से संपर्क भंग हो गया है. इधर बताते चले की गुरुवार से लगातार बारिश होने से सड़क, खेत, नदियाँ व नहर पानी से लबालब हो गया है. अगर यही स्थिति बनी रही तो बढ़ आने की संभावनाएं ज़्यादा है. लौरिया में सिकरहना नदी खतरे के निशान से ऊपर, भंग हो सकते हैं कई मार्ग लौरिया. सिकरहना नदी का जलस्तर बढ़ता जा रहा है. यह नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. लगातार बारिश होने से लौरिया में बाढ का खतरा मंडराने लगा है. नगर पंचायत लौरिया के साहू जैन स्टेडियम अशोक स्तंभ परिसर सहित नुनिया टोला में लगातार पानी का दबाव बढ़ रहा है. बारिश से पानी में लगातार वृद्धि होने से बाढ़ आने की प्रबल आशंका बढ़ गई है. पानी बढ़ने से लौंरिया-रामनगर मुख्य मार्ग लौरिया-नरकटियागंज मुख्य मार्ग एवं लौरिया गोनौली मुख्य मार्ग पर सड़क संपर्क भंग होने की आशंका है. इस संबंध में अंचल अधिकारी नीतेश कुमार सेठ ने बताया कि एहतियात के तौर पर पानी के वृद्धि होने से आवागमन बाधित होने से इंकार नहीं किया जा सकता है और लोगों को पानी में नहीं जाने की सलाह दी है. वही प्रशासनिक स्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है. योगापट्टी में रेस्क्यू कर ऊचें स्थान पर पहुंचाये गये लोग योगापट्टी. प्रखंड क्षेत्र के सिसवा मंगलपुर जरलपुर खुटवनिया और चौमुखा पंचायत के दर्जनभर गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है. सिसवां मंगलपुर पंचायत के सिसवा, मंधातापुर, गोडटोली, पुरब टोला, बीनटोली, खापटोला, बैसिया, भसहवा, जरलपुर खुटवनिया, गजना, शाही बाजार, बैसिया, डीही, छोटा चौमुखा, हरिजन टोली, कानी टोला, बीनटोली सहित दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी लोगों के घरों में शुक्रवार की देर शाम से घुसना शुरू हो गया है. शनिवार को प्रखंड के सिसवा मंगलपुर पंचायत के तीन गांव भसहवा गोडटोली और मंधातापुर गांव से सभी लोगों को रेस्क्यू कर ग्रामीणों द्वारा ऊंचे स्थानों पर पहुंचाया गया. उक्त तीनों गांव में चार फीट तक लग चुका है. बाढ से घिरे परिवार के लोगों को घर में मचान और चौकी को जोड़कर रहने खाना बनाने और खाने को मजबूर कर दिया है. बीडीओ शशिभूषण कुमार ने अपनी टीम के साथ नाव से शनिवार को सिसवा गांव पहुंच स्थिति का जायजा लिया. पूर्व मुखिया कृष्ण कुमार बिंद, पप्पू पाण्डेय किशुन मुखिया, कल्याण कुमार बिन्द, सुरेश मांझी, मनेजर मांझी ने बताया कि बाढ़ में फंसे परिवारों को रेस्क्यू के लिए सरकारी नाव और प्राइवेट नाव को लगाया गया है.

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