नरकटियागंज नगर की होगी डिजिटल तस्वीर, होगी जीआइएस मैपिंग

नगर परिषद नरकटियागंज की कार्यप्रणाली अब पुरी तरह डिजिटल होगा. नगर को पूरी तरह डिजिटल बनाने के लिए भौगोलिग सूचना तंत्र (जीआइएस) मैपिंग होगी.

By Prabhat Khabar News Desk | July 12, 2024 9:30 PM

नरकटियागंज.नगर परिषद नरकटियागंज की कार्यप्रणाली अब पुरी तरह डिजिटल होगा. नगर को पूरी तरह डिजिटल बनाने के लिए भौगोलिग सूचना तंत्र (जीआइएस) मैपिंग होगी. जीअएस के तहत नगर के सभी 25 वार्डों में हरेक प्रॉपर्टी का सर्वे किया जाएगा. इसको लेकर शुक्रवार को नगर परिषद के सभागार में शुक्रवार को एक दिवसीय बैठक व प्रशिक्षण आयोजित किया गया.

जीआईएस प्रशिक्षक देवब्रत हजारी ने जानकारी देते हुए बताया कि जीआईएस मैपिंग से नगर परिषद के पास हर प्रॉपर्टी और उससे मिलने वाले संपत्ति कर की जानकारी डिजिटल हो जाएगी. इससे सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि संपत्ति कर बचाने के लिए बड़े मकान को छोटा बताने या व्यावसायिक उपयोग को आवासीय बताने जैसी गड़बड़ियां नहीं की जा सकेगी. उन्होंने बताया कि शहर में कहीं भी जल जमाव, विभिन्न पाइपों गड़बड़ी समेत बिजली में गड़बड़ी या किसी प्रकार की परेशानी हो तो एक क्लिक पर यह सभी जानकारियां उपलब्ध हो सकती है. यही नही बहुत सारी जानकारियां एक ही नक्शे में की जा सकेगी. मौके पर सभापति रीना देवी, ईओ उपेंद्र कुमार सिन्हा, नगर प्रबंधक रितेश कुमार, टाउन प्लानर वसीम अकरम, सफाई निरीक्षक रवि कुमार सिंह, वार्ड पार्षद डा. ए. के सिंह, संतोष मिश्र, सोनू दास, मोहम्मद हसनैन, ड सोनी देवी, मोहम्मद क्यामुद्दीन, प्रतिनिधि संतोष राज, सत्यम श्रीवास्तव, जेपी, अवध किशोर पांडेय, बड़ेलाल कुमार, कुमार आदि उपस्थित रहे.

सीमाओं के निर्धारण से लेकर डेटा कलेक्शन का करेंगी काम : इओ जीआइएस सर्वे एजेंसी शहर की प्रशासनिक व स्लम सीमाएं, भवन निर्माण व प्लॉट विकास क्षेत्र, वॉटर बॉडीज, लैंडमार्क, कॉलोनी बाउंड्री सहित अन्य आधारभूत जानकारी टोपोग्राफिक सर्वे व जीआइएस मैपिंग के माध्यम से इकट्ठा करेगी. उनके द्वारा निगम के पास मौजूद आंकड़ों का सत्यापन करने के साथ ही पर्यावरणीय डेटा का मूल्यांकन भी किया जायेगा.

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