वीटीआर में नेपाली हाथियों का विचरण जारी, गोनौली वन क्षेत्र में दर्ज की गयी गतिविधि
वीटीआर वन प्रमंडल दो के वाल्मीकिनगर और गोनौली वन क्षेत्र में फिर एक बार नेपाली हाथियों का समूह पहुंचकर तांडव मचाना शुरू कर दिया है.
वाल्मीकिनगर. वीटीआर वन प्रमंडल दो के वाल्मीकिनगर और गोनौली वन क्षेत्र में फिर एक बार नेपाली हाथियों का समूह पहुंचकर तांडव मचाना शुरू कर दिया है. नेपाल के चितवन निकुंज जंगल से भटक कर नेपाली हाथियों का झुंड सोमवार की शाम वीटीआर में पहुंचा. वन कक्ष संख्या टी 40 और 41 के बीच मोटर अड्डा में बने गैंडा के रहने के लिए पूर्व में बने बड़ा और बगल में लगे बोर्ड को क्षतिग्रस्त कर दिया है. उसके बाद चहलकदमी करते हुए वन कक्ष संख्या टी 4 गोनौली वन क्षेत्र की ओर निकल जाने की सूचना है. प्राप्त सूचना की अनुसार पूर्व से आए चार मेहमान हाथियों सहित नए सात हाथी बच्चों के साथ पहुंचे है. जो बोर्ड सहित गैंडे के रहने वाले बड़ा को तोड़-फोड़ करते हुए गोनौली वन क्षेत्र की ओर बढ़ गए हैं. बताते चलें कि वीटीआर में पर्याप्त मात्रा में खाने और पीने की प्रचुरता को लेकर नेपाली हाथी नेपाली सरहद को लांघ कर बार-बार वीटीआर में पहुंचते हैं. जिसको लेकर वीटीआर प्रशासन ने वन कर्मियों को हाई अलर्ट करते हुए चौकसी बढ़ा दिया है तथा जंगल से सटे वनवर्ती गांव के लोगों को जंगल की ओर नहीं जाने के लिए अपील की गयी है. इस बाबत वाल्मीकिनगर के वन क्षेत्र पदाधिकारी ने बताया कि नेपाल से वाल्मीकिनगर और गोनौली वन क्षेत्र में हाथियों की चहलकदमी की सूचना मिली है. इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए वाल्मीकिनगर और गोनौली वन क्षेत्र के रेंजर राजकुमार पासवान के नेतृत्व में वन कर्मियों की टीम को हाई अलर्ट करते हुए चौकसी बढ़ा दी गयी है. वही रेंजर ने बताया कि नेपाल के चितवन निकुंज और वीटीआर का वन क्षेत्र एक दूसरे से सटा और खुला है. जिससे नेपाल से जंगली जानवरों का आना-जाना लगा रहता है.
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