नेपाली हाथी चला अपने घर, पर्यटकों ने किया जंगल सफारी शुरू
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व वन प्रमंडल 2 के जटाशंकर वन क्षेत्र में नेपाल के चितवन निकुंज से भटक कर आए जंगली हाथी के फुटप्रिंट वापस अपने घर की ओर लौटने की पदचिन्ह की सूचना मिलते ही टाइगर रिजर्व के वन कर्मियों ने राहत की सांस ली है.
वाल्मीकिनगर. वाल्मीकि टाइगर रिजर्व वन प्रमंडल 2 के जटाशंकर वन क्षेत्र में नेपाल के चितवन निकुंज से भटक कर आए जंगली हाथी के फुटप्रिंट वापस अपने घर की ओर लौटने की पदचिन्ह की सूचना मिलते ही टाइगर रिजर्व के वन कर्मियों ने राहत की सांस ली है. वहीं जंगल सफारी को फिर से शुरू कर दिया गया है. बताते चलें कि बीते दिन नेपाली जंगली हाथी की चहलकदमी वीटीआर के जटाशंकर वन क्षेत्र में हुआ था.जिसे देखते हुए एहतियातन सुरक्षा के दृष्टिकोण से जंगल सफारी को बुधवार को बंद कर दिया गया था. कारण है कि जंगली हाथी उद्यमी होते हैं और वे उधम मचाते रहते हैं. हाथी द्वारा सफारी गाड़ी या पर्यटक को कोई नुकसान न पहुंचाया जा सके. सुरक्षा के दृष्टिकोण से हाथी के वापसी तक जंगल सफारी पर रोक लगा दी गई थी. विदित हो कि वीटीआर का हवा पानी और खाने के लिए पर्याप्त मात्रा में भोजन की उपलब्धता और वीटीआर और नेपाल वन क्षेत्र का खुली सीमा को देखते हुए नेपाली जंगली हाथी लगातार आवागमन करते रहते हैं. कुल मिलाकर वीटीआर का जंगल पड़ोसी देश नेपाल के जंगली हाथियों को खूब भाता है. बोले रेंजर इस बाबत रेंजर राजकुमार पासवान ने बताया कि नेपाल क्षेत्र से आए जंगली हाथी पर लगातार नजर रखी जा रही थी. हाथी नेपाल की ओर वापसी कर चुका है. इधर हाथी के वापस होते ही जंगल सफारी सुचारू रूप से शुरू हो गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है