अब शहर के ट्रांसफार्मर ही देंगे खपत की जानकारी, बिजली चोरी पर लगेगा अंकुश
बिजली आपूर्ति के सदर डिविजन के सभी डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर में डीटी मीटर लगाया जायेगा.
बेतिया. बिजली आपूर्ति के सदर डिविजन के सभी डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर में डीटी मीटर लगाया जायेगा. इसके माध्यम से नॉर्थ बिहार पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी की विशेष टीम इसके माध्यम से अपने उपभोक्ताओं के घरों में बिजली की खपत पर नजर रख सकेगी. पश्चिम चंपारण जिला में बिजली आपूर्ति के सदर डिविजन में इसे लगाने का काम शुरू कर दिया गया है. बिजली सप्लाई के कार्यपालक अभियंता मनीष शाक्य ने बताया कि प्रथम चरण में सदर डिविजन क्षेत्र में ओवर लोड चिन्हित कुल 144 डीटी अर्थात डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर में इसका उपयोग किया जायेगा. जिसका उद्देश्य एक एक ट्रांसफॉर्मर की पावर सप्लाई को मापने में किया जायेगा, ताकि संबंधित ट्रांसफार्मर से चल रहे कनेक्शनों और उससे सप्लाई किये जा रहे वास्तविक लोड का पता चल सके. कार्यपालक अभियंता श्री शाक्य ने बताया कि अपने जिले में सिक्योर पावर इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी मीटरिंग का कार्य कर रही है. उन्होंने बताया कि एक डीटी मीटर की कीमत करीब 15 हजार आएगी. उन्होंने बताया कि जल्द ही चिन्हित डीटी मीटर से जुड़े उपभोक्ताओं का डिटेल सॉफ्टवेयर में फीड करने का काम शुरू कर दिया जायेगा. उन्होंने बताया कि इसमें एक पावर मैग्नेटिक चिप होता है, जो रीडिंग करता है. मीटर में खास सेंसर लगा होता है, जिसे खास तरीके से प्रोग्राम किया गया है. घरों में बिजली चोरी को पकड़ेगा सेंसर: बिजली आपूर्ति के कार्यपालक अभियंता मनीष शाक्य ने बताया कि इसमें लगे एक विशेष प्रकार का सेंसर कंज्यूमर नंबर के आधार पर उपभोक्ताओं के घर व प्रतिष्ठान में हो रही बिजली खपत की जानकारी इकट्ठा कर इसकी जानकारी कमांड सेंटर तक पहुंचा देता है. उन्होंने बताया कि डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर मीटर के इंस्टॉलेशन के बाद बिजली चोरी या अनावश्यक कट पर रोक लगेगी. कार्यपालक अभियंता ने बताया कि डीटी मीटर से पता चल जायेगा कि इलाके में कितने लोड का कनेक्शन दिया गया है और कितनी बिजली चोरी हो रही है. ओवरलोड ट्रांसफॉर्मरों से जुड़े क्षेत्रों का पता चलते ही अधिकारियों की टीम बिजली चोरों पर कार्रवाई करेगी. होंगे यह कार्य – प्रथम चरण में डिविजन क्षेत्र में ओवर लोड चिन्हित 144 डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर पर से ऐसे मीटर लगाने की होगी शुरुआत – डीटी मीटर से पता चल जायेगा कि इलाके में कितने लोड का कनेक्शन दिया गया है और कितनी हो रही बिजली की चोरी – डिविजन के चिन्हित डीटी मीटर से जुड़े उपभोक्ताओं का डिटेल सॉफ्टवेयर में अपलोड फीडिंग का शीघ्र शुरू होगा कार्य,