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कुश्ती प्रतियोगिता में बेटों से कम नहीं हमारी बेटियां : सभापति

पहले केवल पुरुष ही पहलवानी करते दिखते थे, अब महिलाएं भी कुश्ती प्रतियोगिता में भाग ले रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 9, 2024 8:55 PM

नरकटियागंज. पहले केवल पुरुष ही पहलवानी करते दिखते थे, अब महिलाएं भी कुश्ती प्रतियोगिता में भाग ले रही है. अन्य खेल प्रतियोगिताओं की तरह कुश्ती में भी हमारी बेटियां बेटों से कम नही हैं. उक्त बातें माल्दा गांव में आयोजित दंगल प्रतियोगिता में नरकटियागंज नगर की सभापति रीना देवी ने कही. उन्होंने कहा कि माल्दा गांव के लोगों ने कुश्ती को जिंदा रखा है. उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र में भी दंगल प्रतियोगिता का आयोजन करवाया जाएगा. वहीं दंगल प्रतियोगिता में गोरखपुर, मिर्जापुर, बनारस, बिहार, नेपाल समेत चंपारण के पहलवानों के अलावा महिला पहलवानों ने भी हिस्सा लिया. प्रतियोगिता का शुभारंभ अतिथि सभापति रीना देवी, प्रखंड प्रमुख शंभू तिवारी, समृद्ध वर्मा, प्रदीप दूबे, सुनील वर्मा, वर्मा प्रसाद, प्रमोद पटेल मनोज दूबे, अवध किशोर पांडेय तथा प्रतियोगिता के आयोजक अजय पांडेय ने संयुक्त रूप से फीता काटकर एवं पहलवानों से हाथ मिलाकर किया. प्रतियोगिता में बिहार की महिला पहलवान शिवांगी और सीवान की रौशनी की बीच कड़ा मुकाबला हुआ. दोनों पहलवानों ने एक दूसरे को पटखनी देने के लिए खूब जोर आजमाइश की. इस बीच दोनों में कई बार नोंकझोंक भी हुई. पब्लिक अखाड़े तक पहुंच गयी. जिसको देखते हुए पुलिस पदाधिकारी को बीच में आना पड़ा. अंत में बिहार की शिवांगी ने रौशनी को पटखनी दी और विजयी घोषित हुई. इसी तरह मिर्जापुर के पहलवान जयकरण और चंपारण के पहलवान पिंटू में कड़ा मुकाबला हुआ. 20 मिनट के दांव में दोनों बराबरी पर रहें और इस बीच दोनों में हाथापाई भी हो गई. रेफरी ने दोनों को समझा बुझाकर शांत कराया. जबकि गोरखपुर के अफरोज और चंपारण बिहार केशरी आत्मा पहलवान का मुकाबला भी काफी रोमांचक रहा.दर्शकों ने दंगल प्रतियोगिता का खुब लुत्फ उठाया. प्रतियोगिता के अध्यक्ष अजय पांडेय उर्फ पप्पु पांडेय ने बताया कि माल्दा गांव में हर साल दंगल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है. इस साल भी देश विदेश के पहलवानों को लड़ाया गया है. दंगल प्रतियोगिता के आयोजन में संचालक सुनील पहलवान, सचिव सलीक राम, शंभु गुप्ता, दिपक राम, भोला पासवान, अमर पासवान, मुखलाल यादव, अवधेश राम, शिवनाथ पासवान, पारस पासवान, मुखलाल पासवान, श्रवण महतो, झोटिल यादव, रविन्द्र पांडेय आदि का सक्रिय योगदान रहा. लौरिया के जमुनिया में आकर्षक रही दर्जनों पहलवानों की कुश्ती प्रतियोगिता लौरिया. थाना क्षेत्र के जमुनिया गांव में विराट दंगल आयोजित किया गया. मुख्य अतिथि प्रखंड प्रमुख सह राजद नेता शंभू तिवारी, उमेश यादव, विजय यादव और रामयश यादव ने अखाड़ा का फीता काटकर एवं दो पहलवानों का हाथ मिलाकर किया. वहीं मुख्य अतिथि शंभू तिवारी ने कहा कि कुश्ती हमारी संस्कृति की धरोहर है. इसे जीवित रखने के लिए सभी का सहयोग आवश्यक है. कुश्ती में स्थानीय पहलवानों को अपना दम खम दिखाने का अवसर मिलता है। वहीं पहलवानों अपने को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए जी तोड़ मेहनत करते हैं. वहीं दंगल में स्थानीय पहलवानों का दबदबा कायम रहा. सर्वप्रथम बजरा बैरिया के बेलाश पहलवान ने महाराष्ट्र के अशोक पहलवान को धोबिया पाट मार कर चित किया. गया पहलवान ने योगेश कानपुर को पछाड़ा. विजय पहलवान ने अंकीत जौनपुर को हराया. पन्ना लाल ने बनारस के राजा पहलवान को पराजीत किया। गुड्डू ने मंगला जौनपुर को पछाड़ा. सतन ने गोंडा के अशोक पहलवान को हराकर चंपारण का नाम रौशन किया. दंगल में करीब दो दर्जन पहलवानों ने अपना दम दिखाया. मौकेपर आयोजन समिति के योगेन्द्र यादव, रामयश यादव, कृषण मोहन यादव, मुन्ना यादव, राजन यादव, उमेश यादव, राजु यादव उपस्थित रहे. जबकि रेफरी बेलाश यादव एवं हरीन्द्र यादव रहे. स्कोरर कृष्ण मोहन यादव का सराहनीय योगदान रहा. वहीं दंगल देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग उपस्थित रहे. बर्दही में दो दिनी दंगल प्रतियोगिता में नेपाल व यूपी के पहलवानों ने दिखाया दम सिकटा .स्थानीय पंचायत के बर्दहि छठिया घाट पर दो दिवसीय कुश्ती दंगल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. दंगल प्रतियोगिता का उद्घाटन मो. असलम, प्रोपर्टी डीलर मुन्ना और रामधनी यादव ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया. इस प्रतियोगिता में पड़ोसी देश नेपाल व उत्तरप्रदेश के पहलवानों ने अपना दमखम दिखाया. शुरुआत का प्रतियोगिता रामशंकर यादव और टीटी यादव के बीच और दूसरा अंचल पहलवान गाजियाबाद के बीच दंगल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. दोनों प्रतियोगिता बराबर रहा. उसके बाद आशीष पहलवान बनारस और नेपाल मिर्जापुर के साहेब यादव को पटखनी दे दिया. विजयी प्रतिभागियों को इनाम दिया गया. दंगल प्रतियोगिता के आयोजन कर्ता बृजबिहारी यादव ने बताया कि दंगल प्रतियोगिता का आयोजन काफी समय से किया जा रहा है।यह भारतीय संस्कृति की धरोहर है. जिसे कभी खत्म नही होने दिया जाएगा. जीत और हार एक ही सिक्के के दो पहलू है. मौके पर कमेटी के चंद्रिका पटेल, रामबिलास यादव, बागड़ यादव, म. ईद महम्मद मिया समेत सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित रहे.

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