नरकटियागंज . अनुमंडलीय अस्पताल में रविवार को इलाज के दौरान एक मरीज की मौत हो गई. मृतक की पहचान गौनाहा थाना क्षेत्र के अहरार पिपरा गाव निवासी अब मिया 44 वर्ष के रूप में कई गयी है. मौत के बाद परिजनों ने लगभग ढाई घंटे तक एम्बुलेंस नहीं मिलने और इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल मेंजम कर हंगामा किया. हंगामे की सूचना पर शिकारपुर थानाध्यक्ष सदल बल अस्पताल पहुचे और आक्रोशितों को समझाने बुझाने का प्रयास किया लेकिन आक्रोशित परिजन अस्पताल व्यवस्था पर गंभीर आरोप लगाते हुए हंगामा करते रहे. इस दौरान अस्पताल परिसर में अफरा तफरी मची रही.आक्रोशित परिजनों का कहना था कि अस्पताल में कोई सुविधा नही मिली. एम्बुलेंस के लिए वे लोग अस्पताल कर्मियों से मांग करते रहे लेकिन उन्हें एम्बुलेंस नही मिला जब उनके मरीज की मौत हो गई तो तुरंत एम्बुलेंस आ गया. मृतक के भाई याहिया मियां एवं दामाद मुस्तफा आलम ने बताया कि सांस लेने में दिक्कत हुई तो वे लोग अपने मरीज को लेकर नरकटियागंज अनुमंडलीय अस्पताल में रविवार को 1:30 बजे भर्ती कराएं. उसके बाद प्राथमिक उपचार किया गया. डॉक्टर संजीव कुमार द्वारा उनके मरीज को इलाज के बाद रेफर कर दिया गया. रेफर के बाद वे लोग एंबुलेंस के लिए काफी देर तक अनुमंडलीय अस्पताल में भटकते रहे. इस दौरान लगभग 2 घंटा गुजर गया। कई बार 102 पर काल किया लेकिन उन्हें एंबुलेंस नहीं मिली. जब मरीज की स्थिति और बिगड़ने लगी, तो डॉक्टर साहब ने एक इंजेक्शन लगाया. उसके बाद कुछ क्षण में उनके मरीज की मौत हो गई. उन्होंने आरोप लगाते हुए बताया कि अनुमंडलीय अस्पताल में इलाज में लापरवाही बरती जा रही है तथा एंबुलेंस की सुविधा का ससमय नहीं मिलने के कारण उनके मरीज की मौत हो गई है. वहीं थानाध्यक्ष ने इस संबंध में चिकित्सा पदाधिकारी से बात की और मृतक के परिजनों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए आवश्यक कार्रवाई का भरोसा दिया. समाचार प्रेषण तक परिजन शव को अस्पताल में रख कर हंगामा करते रहे.
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