सोलह शृंगार कर महिलाओं ने किया पिया का दीदार
करवा चौथ का व्रत करने से पति पत्नी के बीच का रिश्ता मजबूत होता है.
बेतिया . मेहंदी रचे हाथों में भरी कलाई चूड़ियां, पांवों में खनकती पायल, मांग में भरा सिंदूर और उस पर लगा मांग टीका, सुर्ख लाल रंग की साड़ी और माथे पर दुल्हन की चुनरी… कुछ ऐसी सी रूपों में सजकर रविवार को महिलाओं ने करवाचौथ का व्रत किया. अखंड सुहागन रहने की कामना के साथ करवा की पूजा की. चांद के साये में चलनी के माध्यम से अपने पिया का दीदार करवाचौथ व्रती के लिए रोमांचक रहा. दिन भर व्रत, शाम होते करवा की पूजा और उसके बाद बेसब्री से चांद का इंतजार. पति की लंबी उम्र की कामना के साथ किया जाने वाला यह व्रत पत्नी की शक्ति और पति के प्रति पत्नी के समर्पण का प्रतीक हैं. यह विपरीत परिस्थितियों में एक दूसरे का उनके प्रति अटूट प्यार, विश्वास और ढृढ संकल्प की शक्ति का प्रतीक भी हैं. करवा चौथ का व्रत करने से पति पत्नी के बीच का रिश्ता मजबूत होता हैं. करवाचौथ के मौके पर नगर के पंजाबी और सिंधी समुदाय के लोगों ने गुरुद्वारा गली स्थित समाजसेवी राहुल कुमार के आवास पर एकत्र होकर करवा माता की पूजा की. मौके पर सुरभि घई, साक्षी अरोरा, आरोही अरोरा, नीतू अरोरा, प्रीति कटारिया, नेहा कटारिया, संध्या घई, माला मल्होत्रा, एकता पाण्डेय, सीमा बग्गा सहित अन्य मौजूद रहीं. —————-
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