बेतिया . बिना ग्राम सभा के सामने प्रस्तुत कर मनमाने तरीके से व्यक्तिगत लाभ के लिए लाभार्थियों के चयन करने के मामले में योगापट्टी प्रखंड के तत्कालीन पीओ मुनेश कुमार (वर्तमान में सीतामढ़ी जिला के नानपुर प्रखंड के कार्यक्रम पदाधिकारी), जेई, पंचायत तकनीकी सहायक व हथिया पंचायत के पंचायत रोजगार सेवक फंस गए हैं. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए डीआरडीए निदेशक अरुण कुमार ने स्पष्टीकरण तलब करते हुए सात दिनों के अंदर जबाव देने को कहा है. निर्धारित समय सीमा के अंदर जबाब नहीं देने पर विभागीय प्रावधान के प्रतिकूल लाभुकों के चयन के लिए सभी के विरूद्ध अनुशासनिक कार्रवाई शुरु करने की बात कही है. डीआरडीए निदेशक ने बताया कि सीपीजीआरएमएमएस पोर्टल पर प्राप्त आवेदन की जांच कराई गई थी. इसमें ग्राम सभा का आयोजन को सही पाया गया था, लेकिन ग्राम सभा के कार्यवाही पंजी के अवलोकन से यह स्पष्ट है कि व्यक्तिगत लाभ की योजनाओं के लिए लाभार्थियों की चयन में विभागीय प्रक्रियाओं का अनुपालन करते हुए चयन सूची ग्राम सभा के समक्ष प्रस्तुत नहीं की गई थी. इसके कारण मनमाने ढंग से विभागीय मार्गदर्शिका के प्रतिकूल लाभुकों का चयन किया गया है. ऐसे में पीओ, जेई, तकनीकी सहायक व हथिया पंचायत के पंचायत रोजगार सेवक से स्पष्टीकरण तलब की गई है.
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