नगर निगम के पैसों से चकाचक हो रहे थाना और पुलिस लाइन, जर्जर हैं शहर की सड़कें

यूं तो शहर की अमूमन सभी सड़कें जर्जर हो चली है. नालों की हालत भी खस्ता ही है. गली मुहल्ले तो दूर शहर की मुख्य सड़कों का भी हाल बदतर हो गयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 10, 2024 8:18 PM

बेतिया. यूं तो शहर की अमूमन सभी सड़कें जर्जर हो चली है. नालों की हालत भी खस्ता ही है. गली मुहल्ले तो दूर शहर की मुख्य सड़कों का भी हाल बदतर हो गयी है. लेकिन जिन पैसों से शहर के यह सड़क व नाला दुरूस्त होने थे, उन पैसों से नगर के थाना व पुलिस लाइन चकाचक हो रहे हैं. बेतियाराज के स्थलों पर भी इन पैसों को ””लुटाया”” जा रहा है. शिक्षा विभाग पर भी खर्च करने की तैयारी है. जबकि न तो इन स्थलों पर नगर निगम का स्वामित्व है और न ही पुलिस, शिक्षा व राजस्व पर्षद जैसे महकमों के पास अपने बजट की कोई कमी है. बावजूद इसके नगर निगम इन विभागों से एनओसी लेकर इन्हीं को चकाचक करने में जुटा है और शहर की जर्जर सड़कें अच्छे दिनों के इंतजार में और बदतर होती जा रही है. जिम्मेवार इन सड़कों के नहीं बनने के पीछे बजट के अभाव का रोना रोते हैं. जबकि नगर निगम प्रशासन अपनी बजट की राशि को दूसरे ही विभागों पर खर्च करने में मशगूल है. ऐसे में इन सड़कों के निर्माण को लेकर डीपीआर तैयार करने और स्वीकृति के लिए भेजने तक की पहल ही हो पाई है. बता दें कि शहर के कमलनाथनगर, लाल बाजार, पॉवर हाउस रोड, धर्मशाला रोड, मीना बाजार रोड, इमली चौक रोड समेत प्रमुख सभी सड़कों की हालत जर्जर है. 27 लाख से चकाचक हो रहा नगर थाना: नगर निगम की ओर से नगर थाना परिसर का सौंदर्यीकरण कराया जा रहा है. यहां 26.37 लाख से पीसीसी सड़क, ग्रेनाइट मार्बल का स्टेज, रंगीन फौव्वारा, गोलंबर, चबूतरा इत्यादि बनाये जा रहे हैं. जबकि पुलिस विभाग के पास अपने खुद का भारी भरकम बजट है. पुलिस अधीक्षक के स्तर से भेजे जाने पर प्रस्तावों पर विभाग रकम भी जारी करता है और कार्य होते हैं. बावजूद इसके निगम यह कार्य करा रहा है. पुलिस लाइन में 8.50 लाख से हुए कार्य: थाना के अलावे पुलिस लाइन में भी निगम ही अपने पैसे खर्च कर रहा है. यहां 8.50 लाख से पुलिस लाइन के मेन गेट निर्माण का शिलान्यास किया जा चुका है. जबकि पुलिस लाइन पर नगर निगम का कोई स्वामित्व नहीं है. बेतियाराज पर पैसों की बरसात कर रहा निगम कोर्ट आफ वार्ड्स के अधीन कार्यरत बेतियाराज के विभिन्न स्थलों पर नगर निगम राजस्व पर्षद से एनओसी लेकर कार्य कर रहा है. यहां करीब 15 लाख की लागत से बेतियाराज कचहरी के सौंदर्यीकरण के साथ ही 90 लाख से कालीबाग में गेट व अन्य और करीब 14.96 लाख से मैरेज हाउस जीर्णोद्धार समेत अन्य कार्य कराये जाने की तैयारी है. जबकि राजस्व पर्षद खुद बेतियाराज के तमाम सैरातों से अपनी आमदनी करता है. शिक्षा विभाग पर 21.80 लाख खर्च करने की तैयारी: भारी भरकम बजट वाले शिक्षा विभाग पर भी नगर निगम मेहरबान है. नतीजा शिक्षा विभाग के अधीन शहर के महाराजा पुस्तकालय के जीर्णोद्धार का जिम्मा नगर निगम ने ही उठा लिया है. यहां करीब 21.80 लाख रुपये खर्च किये जाने की तैयारी है. जबकि शिक्षा विभाग यहां परिसर व सभागार में होने वाले विभिन्न आयोजनों से शुल्क वसूली करता है. नगर निगम बोर्ड की स्वीकृति के बाद ही इन स्थलों पर कार्य हो रहा है. जहां भी कार्य हो रहे हैं, उन विभागों से एनओसी भी ली गई है. बिना बोर्ड की स्वीकृति के कोई भी कार्य नहीं हो रहा है. शंभू कुमार, नगर आयुक्त बेतिया नगर निगम

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