Bettiah News : पूर्व मुखिया जितेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या के बाद मंगलवार की देर रात्रि करीब डेढ़ बजे उनके शव का पोस्टमार्टम कराया गया. इस दौरान अस्पताल में भारी भीड़ जमा रही. पुलिस प्रशासन के अधिकारियों व सुरक्षा बलों की मौजूदगी रही. लेकिन पूर्व मुखिया के पोस्टमार्टम में जीएमसीएच प्रशासन की भारी लापरवाही सामने आई. प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो मोबाइल टार्च के सहारे पूर्व मुखिया के शव का पोस्टमार्टम कराया गया. लिहाजा इस प्रकरण ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन पर सवालिया निशान खड़े कर दिये हैं. कॉलेज अस्पताल प्रशासन का हर समय मुस्तैद और सभी संसाधनों से लैस होने का दावा भी हवा हवाई साबित हुआ हैं. हालांकि इस संबंध में जब अस्पताल प्रबंधक मो. शाहनवाज से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस प्रकरण की जानकारी उन्हें नहीं हैं. विभागीय कार्य से वह उस दिन पटना में थे. उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज को सीधे ग्रिड से 33 हजार केवीए की सप्लाई मिलती हैं. बिजली नहीं रहने की स्थिति में डीजी जेनसेट द्वारा विद्युत आपूर्ति बहाल होती हैं. लेकिन पोस्टमार्टम कक्ष में जनरेटर की सुविधा उपलब्ध नहीं हैं. बिजली रहने पर ही वहां लाइट रहता हैं. पोस्टमार्टम कक्ष में सभी व्यवस्था अपडेट रखने की जिम्मेवारी फॉरेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सिकोलॉजी डिपार्टमेंट (एफएमटी) की हैं.
Bettiah News : गिरफ्तारी की मांग पर अड़े थे परिजन, पोस्टमार्टम से कर दिया था इंकार
सोमवार की देर रात अस्पताल में पोस्टमार्टम से पहले परिजन एवं रिश्तेदारों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से मना कर कर दिया और पुलिस प्रशासन से अपराधियों की गिरफ्तारी का मांग करने लगे. हालांकि एसडीपीओ के समझाने बुझाने के बाद परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराया. इस दौरान करीब दो बजे रात तक अस्पताल में सैकड़ों की संख्या में लोगों की भीड़ जुटी रही. परिजनों ने बताया कि इससे पूर्व जितेंद्र के पुत्र पर भी चाकू से हमला हो चुका है, लेकिन उस समय पुलिस कोई ठोस कार्रवाई नहीं की. अगर पुलिस ठोस कार्रवाई की होती तो आज यह घटना नहीं होती.