वन व वन्य प्राणियों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता: डॉ. प्रेम कुमार
वन्य एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. प्रेम कुमार अपने वाल्मीकिनगर दौरे के दौरान जंगल सफारी कर जंगल व जंगली जानवरों के सुरक्षा और उनके विकास के लिए किए गए कार्य को लेकर महत्वपूर्ण जानकारियां ली.
वाल्मीकिनगर. वन्य एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. प्रेम कुमार अपने वाल्मीकिनगर दौरे के दौरान जंगल सफारी कर जंगल व जंगली जानवरों के सुरक्षा और उनके विकास के लिए किए गए कार्य को लेकर महत्वपूर्ण जानकारियां ली. वन प्रशासन द्वारा वन्यजीवों के पीने के लिए बनाया गए वाटर हॉल के बारे में बताया कि यह वन्य प्राणी के लिए जीवनदायिनी है. अभी वीटीआर वन प्रमंडल 2 के जंगली क्षेत्र में 60 वाटर हॉल है. जिसमें 19 नए है. इन वाटर हॉल में पानी वाटर टैंक से भरा जाता है. वहीं बरसात के दिनों में बारिश का पानी इन में इकट्ठा होता है. जिससे जानवरों को पानी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो जाता है. हालांकि निकट भविष्य में अभी और भी वाटर हॉल का निर्माण किया जाएगा. इसके अलावे वन्यजीवों के सुरक्षा को लेकर कई कदम उठाए जाएंगे. इको पार्क में मंत्री ने छायादार पौधे का रोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए कहा कि पौधारोपण को अपनी पहली प्राथमिकता में शामिल करना हम सब को अपना दायित्व और कर्तव्य समझना होगा.वन अधिकारियों व ईडीसी सदस्यों के साथ की बैठक
वन मंत्री ने बताया कि जो वन कर्मी वन सुरक्षा में लगातार लगे रहते हैं उनकी भी सुरक्षा को लेकर चर्चा की गयी है. वन कर्मी को लिए 13 माह का लंबित भुगतान को लेकर सरकार से चर्चा की जाएगी. ताकि उन्हें प्रोत्साहित किया जा सके. वहीं इको विकास समिति के सदस्यों के उत्थान के लिए केंद्र और राज्य सरकार द्वारा पारित योजनाओं में वृद्धि कराने की मांग की जाएगी. ताकि वन वर्ती गांव में रहने वाले ग्रामीणों का विकास हो सके. मौके पर विधायक धीरेंद्र प्रताप उर्फ रिंकू सिंह, सीएफ डॉ. नेशामणि, वन प्रमंडल 2 के डीएफओ पीयूष बरनवाल, वन प्रमंडल 1 के डीएफओ प्रदुमन गौरव, रेंजर राजकुमार पासवान, रंजीत कुमार, अजय झा, शेखर सुमन सहित कई वन कर्मी और अन्य मौजूद रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है