बगहा/वाल्मीकि नगर. भारत नेपाल सीमा पर महर्षि वाल्मीकि के तपोस्थली माता सीता की शरण स्थली, लव कुश की जन्मस्थली, वाल्मीकि नगर में अंतरराष्ट्रीय लोकप्रिय संत मोरारी बापू का आज से नौ दिन तक चलने वाले राम कथा वाचन कार्यक्रम के पहले दिन दोपहर 2:20 पर वाल्मीकि नगर हवाई अड्डे पर संत मुरारी बापू का उड़न खटोला उतरा. दर्जनों श्रद्धालुओं भक्तों ने हवाई अड्डे पर गुलाब का फूल देकर संत का किया स्वागत हवाई अड्डे वाल्मीकि नगर की धरती पर जोरदार तरिके से किया गया स्वागत हवाई अड्डे पर वाल्मीकि नगर क्षेत्र के सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु भक्त संत शिरोमणि मोरारी बापू के एक दर्शन के लिए व्याकुल दिखें. हवाई अड्डे पर पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के करें इंतेजाम किए गए थे.बापू ने प्रस्थान के क्रम में मौजूद श्रद्धालुओं का हाथ हिलाकर अभिवादन स्वीकार किया. घने वन क्षेत्र में प्राचीन काल से स्थित वाल्मीकि आश्रम के लिऐ हुए रवाना तत्पश्चात संत का काफिला भारत नेपाल सीमा पर घने वन क्षेत्र में प्राचीन काल से स्थित वाल्मीकि आश्रम के लिए कुच कर गया. जहां निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक संत मोरारी बापू तमसा नदी का नमन किया आश्रम परिसर में चंपा का फूल पौधा रोपण पर्यावरण संरक्षण का संदेश उपरांत आश्रम परिसर में चंपा के फूल के पौधे का पौधा रोपण कर उपस्थित लोगों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया. इस अवसर पर नेपाल प्रशासन द्वारा भी सुरक्षा के करें इंतजाम किए गए थे. श्रद्धालु भक्तों ने बापू का फूल माला से स्वागत करते हुए नमन किया.
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