कक्षा नौवीं से लेकर 12वीं तक के लिए 165 स्कूलों में अलग से दिया गया कोड
165 स्कूलों में कक्षा नौवीं से लेकर 12वीं तक के लिए अलग से कोड दिया गया है. यह विद्यालय पहले से उत्क्रमित विद्यालय थे. इनमें पहले आठवीं तक ही ही शिक्षा दी जाती थी, लेकिन अब इसे 12वीं तक विस्तारित किया गया है.
बेतिया.165 स्कूलों में कक्षा नौवीं से लेकर 12वीं तक के लिए अलग से कोड दिया गया है. यह विद्यालय पहले से उत्क्रमित विद्यालय थे. इनमें पहले आठवीं तक ही ही शिक्षा दी जाती थी, लेकिन अब इसे 12वीं तक विस्तारित किया गया है. ऐसे में शिक्षा विभाग द्वारा इन विद्यालयों में अलग से नवीं से 12वीं के लिए कोड दे दिया गया है. एमआईएस प्रभारी अरुण कुमार अकेला ने कहा कि विभागीय निर्देश के मुताबिक इन विद्यालयों के यू डाइस कोड के साथ-साथ रिकॉर्ड को भी अपडेट किया जाएगा. पुराने कोड पर मध्य विद्यालय और नए कोड पर हाई स्कूल को संचालित किया जाएगा. गौरतलब है कि पहले एक ही कोड पर कक्षा एक से लेकर 12वीं तक के विद्यालय चल रहे थे. लेकिन नए निर्देश के मुताबिक के जहां मिडिल स्कूल है, वहां उसके अलग कोड और हाई स्कूल के अलग कोड दिए जाएंगे.कोड न देने से फंस सकता है विषय का मामला
हाई स्कूल में अलग कोड नहीं देने के कारण विषय और संकाय का मामला फंस सकता है. इसे लेकर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया था. जिसमें समिति ने कहा था कि कक्षा नौवीं और 11वीं की वार्षिक परीक्षा जो कराई गई थी, उसमें ऐसे छात्र जो फेल थे अथवा किसी कारण परीक्षा से अनुपस्थित थे. ऐसे छात्रों की रिपोर्ट सभी जिलों से मांगी गई थी. लेकिन कई जिलों में अलग-अलग तरह की गड़बड़ी सामने आई. जिसमें देखा गया कि छात्र-छात्राओं की संख्या तो भेज दी गई, लेकिन अलग से विद्यालय का कोड नहीं दिया गया, इसके साथ ही विषय और संकाय भी छात्रों का स्पष्ट नहीं था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है