दो दिन में अपनी झोपड़ी के साथ मवेशियों को लेकर चले जाए चरवाहे: सीओ
जमीन हड़पने के लिए उत्तर प्रदेश के चरवाहे फसल चरा रहे है.
पिपरासी. जमीन हड़पने के लिए उत्तर प्रदेश के चरवाहे फसल चरा रहे है. उक्त बातें शनिवार को थाने में लगे जनता दरबार में नोटिस के बाद पेशी पर आए चरवाहों के सामने किसानों ने सीओ शिवम कुमार से कही. किसानों ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश के खड्डा, नौतार, बेलवनिया आदि स्थानों के चरवाहे दियारा में डेरा डाले हुए है. इन लोगों द्वारा स्थानीय किसानों की फसलों को हर वर्ष चरा दिया जाता है. इससे अजीज हो बहुत से किसान खेती छोड़ दिये है. किसानों के खेती छोड़ने के उपरांत यह चरवाहे उनकी जमीन को जबरन कब्जा कर ले रहे है. किसानों के विरोध पर यह लोग मारपीट पर उतारू हो जा रहे है. बार-बार आवेदन के बाद भी कार्रवाई नहीं होने से इनका मनोबल और ही बढ़ गया है. किसानों ने बताया कि अभी तो अंचल द्वारा जांच में 20 चरवाहे ही चिन्हित किए गए है. लेकिन इनसे भी अधिक है, जो कांटी सरेह से लेकर डुमरी मौजा तक डेरा जमाए हुए हैं. इनके पास हजारों की संख्या में पशु है. बीते सप्ताह डुमरी के रामनगर में ही 500 मवेशियों के साथ सैकड़ों एकड़ फसल चरा दिए थे. किसानों ने बताया कि यह चरवाहे किसानों को खेती कार्य के साथ यहां से भागने के लिए लगातार तंग करते रहते है. पूर्व मुखिया रामनरेश प्रसाद ने बताया कि वर्तमान में लगभग 15 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा कर झोपड़ी डाल लिए है. पूर्व मुखिया के नेतृत्व में आए किसानों ने कहा कि अगर समस्या का समाधान नहीं होता है तो वे लोग आंदोलन करने पर बाध्य हो जाएंगे. किसानों के साथ चरवाहों की बातें सुनने के बाद सीओ ने सभी चरवाहों को दो दिन की मोहलत देते हुए कहा कि सभी लोग अपने झोपड़ी के साथ मवेशियों को लेकर चले जाए. दो दिन बाद हल्का कर्मचारी को फिर जांच के लिए भेजा जाएगा. अगर कोई चरवाहा आदेश का उल्लंघन करते हुए मौके पर पाया गया तो उस पर एफआइआर दर्ज कराते हुए मवेशियों को जब्त किया जाएगा. मौके पर थानाध्यक्ष अशोक कुमार, अंचल नजीर राजीव कुमार श्रीवास्तव, किसान व चरवाहे उपस्थित रहे.
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