सतीश कुमार पांडेय, नरकटियागंज
सर, हम लोग पहले बबलू का हाथ पैर तोड़ने वाले थे, लेकिन पुलिस से फंसने के डर से प्लान बदल दिया और गला दबा कर उसकी हत्या कर दी. सर जी हम दोनों करीब 15 मिनट तक बबलू के देह पर चढ़े रहे वो तड़पता रहा छटपटाता रहा लेकिन हम दोनों ने इतना जोर से उसका गला दबाते रहे की जब तक उसका देह पूरा का पूरा कड़ा नहीं हो गया.
ये बयान उन दो नाबालिगों के हैं, जिन्होंने अपने ही गांव के एक नाबालिग की हत्या इस लिए कर दी की वो जुए में दोनों से 325 रुपये जीत लिया था और बागिचे में आम तोड़े जाने की शिकायत अपने भाई से कर दी थी. दोनों नाबालिगों ने एसडीपीओ के समक्ष दिये बयान में बताया कि उनका इरादा हत्या का नहीं था. वह बस बबलू को सबक सीखाना चाहते थे. उसका हाथ पैर तोड़ना चाहते थे. लेकिन पिटाई के दौरान अचानक से मन में आया कि वे फंस जाएंगे तो दोनों ने मिलकर बबलू का गला घोंट दिया. पुलिस पूछताछ में हत्या में संलिप्त दोनों नाबालिग हर बात का जवाब यस सर और नो सर कह कर दे रहे थे. दोनों की बात सुन कर एसडीपीओ जयप्रकाश सिंह, प्रशिक्षु एसडीपीओ डॉ सपना रानी, मैनाटांड़ अंचल के पुलिस निरीक्षक सरफराज अहमद और सिकटा थानाध्यक्ष राज रौशन भी हत: प्रभ रहे.
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