सर, हम लोग पहले हाथ पैर तोड़ने वाले थे, फंसने के डर से घोंट दिया गला

सर, हम लोग पहले बबलू का हाथ पैर तोड़ने वाले थे, लेकिन पुलिस से फंसने के डर से प्लान बदल दिया और गला दबा कर उसकी हत्या कर दी.

By Prabhat Khabar News Desk | June 22, 2024 9:01 PM

सतीश कुमार पांडेय, नरकटियागंज

सर, हम लोग पहले बबलू का हाथ पैर तोड़ने वाले थे, लेकिन पुलिस से फंसने के डर से प्लान बदल दिया और गला दबा कर उसकी हत्या कर दी. सर जी हम दोनों करीब 15 मिनट तक बबलू के देह पर चढ़े रहे वो तड़पता रहा छटपटाता रहा लेकिन हम दोनों ने इतना जोर से उसका गला दबाते रहे की जब तक उसका देह पूरा का पूरा कड़ा नहीं हो गया.

ये बयान उन दो नाबालिगों के हैं, जिन्होंने अपने ही गांव के एक नाबालिग की हत्या इस लिए कर दी की वो जुए में दोनों से 325 रुपये जीत लिया था और बागिचे में आम तोड़े जाने की शिकायत अपने भाई से कर दी थी. दोनों नाबालिगों ने एसडीपीओ के समक्ष दिये बयान में बताया कि उनका इरादा हत्या का नहीं था. वह बस बबलू को सबक सीखाना चाहते थे. उसका हाथ पैर तोड़ना चाहते थे. लेकिन पिटाई के दौरान अचानक से मन में आया कि वे फंस जाएंगे तो दोनों ने मिलकर बबलू का गला घोंट दिया. पुलिस पूछताछ में हत्या में संलिप्त दोनों नाबालिग हर बात का जवाब यस सर और नो सर कह कर दे रहे थे. दोनों की बात सुन कर एसडीपीओ जयप्रकाश सिंह, प्रशिक्षु एसडीपीओ डॉ सपना रानी, मैनाटांड़ अंचल के पुलिस निरीक्षक सरफराज अहमद और सिकटा थानाध्यक्ष राज रौशन भी हत: प्रभ रहे.

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18 जून को गायब हुआ था बबलू

सिकटा थाना के बेहरी गांव निवासी मासूम बीते 18 जून को गायब हुआ था. परिजनों ने उसकी खोजबीन की लेकिन वह नहीं मिला और मामले की शिकायत सिकटा थाना में की गयी. पुलिस ने संज्ञान लिया और मामले की तफ्तीश में जुट गयी. इधर शुक्रवार को बेहरी गांव से पूरब एक नवनिर्मित पोखरा के समीप से पुलिस ने नाबालिग का शव बरामद कर लिया. हत्या कर शव को वही पोखरे के समीप गड्ढे में डाल कर मिट्टी से ढक दिया गया था. घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को मिट्टी हटाकर बाहर निकाला तो शव की पहचान हो गयी. उसके बाद पुलिस ने शव को आवश्यक कार्यवाई के बाद पोस्टमार्टम के लिए बेतिया भेज दिया.

शाम सात बजे तक घर पर ही था बबलू

18 जून को बबलू कुछ रुपया जीत लिया था. जिसे लेकर टीम के दोस्तों ने खाने पीने की पार्टी करने को कहे थे. इस बीच गांव के एक दुकान से पीने के लिए ग्लास भी खरीदा गया. बबलू की मां ने बताया कि उनका बेटा सात बजे तक घर ही था. आठ बजे के करीब घर से निकला तो वापस नहीं आया. तब उसकी तलाश शुरू की गई. उसके पिता मजदूरी करने पंजाब गए हैं. बबलू तीन भाई व एक बहन में सबसे छोटा था.

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