बिहार में एक करोड़ के चरस के साथ तस्कर गिरफ्तार, नेपाल से दिल्ली ले जाने की थी तैयारी
बिहार में शराबबंदी के बाद नशे का कारोबार बढ़ गया है. शराब नहीं मिलने के कारण लोग नशे के दूसरे विकल्प को खोजते हैं. ऐसे में बिहार में चरस से लेकर सर्दी की दवा तक की अवैध कारोबार फल फूल रहा है.
बेतिया. बिहार में पूर्ण शराबबंदी होने के बाद करीब 8 साल से नशे का कारोबार बढ़ गया है. बिहार में शराब नहीं मिलने की वजह से लोगों में नशे के दूसरे पदार्थों की मांग बढ़ गयी है. आये दिन हेरोइन, कोकीन, चरस और ब्राउन शुगर, स्मैक, गांजा, कफ सिरप जैसी नशीले पदार्थ को जब्त किया जा रहा है. शराब के साथ-साथ इस तरह के नशे के सामान के साथ तस्करों को पुलिस पकड़ती तो है, लेकिन इसके बावजूद अवैध नशे का कारोबार फल फूल रहा है. आज फिर नशे की बड़ी खेप बिहार से बरामद की गयी है. इस वक्त की खबर बेतिया से आ रही है, जहां नरकटियागंज में एक करोड़ के चरस के साथ तस्कर को गिरफ्तार किया गया है.
10 किलो चरस के साथ तस्कर गिरफ्तार
जानकारी के अनुसार नेपाल से चरस लेकर तस्कर दिल्ली जाने की फिराक में था. तभी शिकारपुर पुलिस ने गश्ती के दौरान चरस की बड़ी खेप के साथ तस्कर को गिरफ्तार किया. चरस का तस्कर रामनगर के बरगजवा गांव का रहने वाला है. गिरफ्तार चरस तस्कर की पहचान मोहम्मद सगीर के रूप में हुई है. शिकारपुर एसडीपीओ जयप्रकाश सिंह ने बताया कि 10 किलोग्राम चरस के साथ तस्कर मोहम्मद सगीर को पकड़ा गया है. बरामद चरस की कीमत एक करोड़ रुपये है.
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गुप्त सूचना पर हुई कार्रवाई
पुलिस की मानें तो नेपाल से मोहम्मद सगीर 22 पैकेट में 10 किलो चरस लेकर आया था. जिसे लेकर वो दिल्ली जाने की फिराक में था. शिकारपुर पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि नेपाल से चरस की बड़ी खेप दिल्ली के लिए निकली है. इस सूचना के आधार पर पुलिस ने यह बड़ी कार्रवाई की. बरामद चरस की अंतराष्ट्रीय मूल्य लगभग एक करोड़ बताई जा रही है. गिरफ्तार तस्कर के निशानदेही पर अन्य चरस तस्करों की गिरफ्तारी के पुलिस छापेमारी कर रहीं हैं. पुलिस को उम्मीद है कि उनके पास से और माल बरामद हो सकता है.