बगहा. गन्ना मंत्री कृष्णनंदन पासवान ने किसानों की समस्या सुनने के बाद सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री योजना के तहत सरकार संकल्पित है और सरकार खाद, बीज व गन्ना की उत्पादन पर जोर दे रही है. उन्होंने किसानों से कहा कि गन्ना लाने के लिए किसानों को नौ किलोमीटर सड़क बनेगा. इसके लिए डीपीआर तैयार कर चीनी मिल तिरुपति बगहा द्वारा जो भेजा गया है उसकी कॉपी लेकर मैं विभाग के मंत्री से मिल काम करेंगे. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि किसानों को बिजली की समस्या से निपटने को लेकर बिजली मंत्री से बात कर जगह-जगह ट्रांसफार्मर लगवाया जाएगा. ताकि किसानों को समय से खेतों में पानी का पटवन हो सके. उन्होंने कहा कि पांच जिलों में गन्ना का पैदावार होता है. जिसमें गोपालगंज, सिवान, पूर्वी चंपारण व प. चंपारण शामिल है. खाद बीज की समस्या से किसानों को मुक्ति मिलेगी. इसको लेकर प्रधान सचिव से मिलकर बात की जाएगी. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि किसान हमारे अन्नदाता है और भगवान से कम नहीं है. क्योंकि उन्हीं का दिया हुआ हम भोजन करते है. चीनी मिल में घटतौली मामले में किसानों की बात का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत में घटतौली बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इसकी लिए सीबीआई या सीआईडी क्यों न लगाना पड़े. मंत्री ने किसानों से भी अपील किया कि बिना किसान के सहयोग से चीनी मिल नहीं चल सकती. जिस तरह एक हाथ से ताली नहीं बज सकती उसी तरह बिना किसान के सहयोग चीनी मिल नहीं चल सकती. केन कमिश्नर ने दिया किसानों के सवालों का जवाब किसानों की समस्याओं पर केन कमिश्नर ने बताया कि किसानों की सभी समस्याओं पर शीघ्र विचार होगा. वैकल्पिक सड़क पर उन्होंने मिल प्रबंधन को निर्देशित किया. ताकि पेराई सत्र में किसानों को परेशानी नहीं हो. खाद की उपलब्धता पर भी केन कमिश्नर ने मिल प्रबंधन को निर्देशित किया. सीएम गन्ना विकास योजना के तहत किसानों गन्ना यंत्रों पर अनुदान उपलब्ध कराया जाएगा. इसको लेकर मिल से यंत्रों की सूची मांगी गयी है. सूची के आधार पर गन्ना किसानों को यंत्रों पर अनुदान मिलेगी. जल जमाव वाले क्षेत्रों को चिह्नित किया जा रहा. इसका सर्वे हो रहा है. सर्वे के बाद इस पर कार्य किया जाएगा. सेमरा रोड की चौड़ीकरण होगी किसानों ने उठाया मुद्दा. किसानों में मो. सगीर अंसारी, लव यादव, ओवर ब्रीज बनने के बाद सड़क की समस्या-केन जीएम बगहा चीनी मिल के केन जीएम बीएन त्रिपाठी ने किसानों के समस्या सुनने के बाद कहा कि हम किसानों के साथ है और किसानों के लेकर चिंता बनी रहती है. ओवर ब्रीज बनने के बाद मुख्य समस्या सड़क की है. किसान परेशान है. नौ किलोमीटर दूर होकर किसानों को गन्ना लेकर आना पड़ता है. इसका डीपीआर बनाकर जिलाधिकारी को दिया गया है. लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. मंत्री से मांग करते है की इस सड़क को बनाया जाए. किसानों ने मंत्री से किया सवाल जवाब गन्ना मंत्री ने किसानों के साथ बैठक कर किसानों की समस्याओं से अवगत हुए. किसानों ने लैब, जलजमाव, सड़क एवं गन्ना आपूर्ति में आ रही समस्या से अवगत कराया. वही हरनाटांड़ के किसान धर्मजीत सिंह ने बताया कि दोन क्षेत्रों में सिंचाई की व्यवस्था नहीं है. पंप सेट से सिंचाई में लागत अधिक होता है. गन्ना का रेट देरी से निर्धारित होता है. जिससे किसानों को परेशानी, बगहा आरओबी के कारण आपूर्ति की समस्या, गन्ना आपूर्ति के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की मांग की. सिंचाई की पद्धति अंग्रेजों के समय से चली आ रही हैं. किसानों के खेतों को पानी मिले इसको लेकर खेतों तक पावर ट्रांसफार्मर की उपलब्धता हो. वही किसान लव यादव ने लागत के अनुरूप गन्ना का रेट तय करने की मांग की. गन्ना किसानों को दवा, उपकरण, बीज आदि पर सब्सिडी मिले. ताकि गन्ना के लागत मूल्य में कमी आए. वही ईख काश्तकार संघ के प्रदेश सचिव छोटे श्रीवास्तव ने घटतौली पर सवाल उठाते हुए इसपर रोक लगाने की मांग की. साथ ही गन्ना किसानों को गन्ना यंत्रों पर अनुदान की मांग की. यूरिया की कालाबाजारी पर रोक लगे एवं समय पर किसानों को यूरिया मिले इसको लेकर भी उन्होंने मंत्री से पहल की मांग की.
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