दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर बरात लेकर नहीं पहुंच शिक्षक दुल्हा
दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर शिक्षक दुल्हे के परिजन बरात लेकर दुल्हन के दरवाजे पर नहीं पहुंचे. जबकि शादी की सारी तैयारी पूरी हो गई थी.
नरकटियागंज. दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर शिक्षक दुल्हे के परिजन बरात लेकर दुल्हन के दरवाजे पर नहीं पहुंचे. जबकि शादी की सारी तैयारी पूरी हो गई थी. कार्ड छप चुके थे. दुल्हन पक्ष 20 अप्रैल को बरात के स्वागत की तैयारी में जुटा था, लेकिन दुल्हा पक्ष बारात लेकर गया ही नहीं. मामला शिकारपुर थानाक्षेत्र के दिउलिया का है. मामले में पुलिस ने दुल्हा पक्ष के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. थाना पहुंचे दिउलिया के शेख युनुस ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी शगुफ्ता प्रवीण की शादी रामनगर बखरी निवासी शेख नौशाद के पुत्र वसीम अख्तर से तय की थी. 20 अप्रैल को बरात आने वाली थी. पूरी तैयारी भी हो गयी थी लेकिन ऐन मौके पर लड़के वाले बरात लेकर नही पहुंचे. यूनुस ने बताया कि जब शादी तय हुई उस समय वसीम बेरोजगार था और पढ़ाई कर रहा था लेकिन बाद में वो बीपीएससी कंप्लीट कर शिक्षक बन गया. इसके साथ ही उसके साथ साथ घरवालों ने दहेज में नरकटियागंज शहर में एक कठ्ठा जमीन की मांग करने लगे. पिता का कहना है कि वह 10 धुर जमीन देने को तैयार हो गये. लेकिन लड़के वाले इस पर राजी नहीं हुए. उसने आठ लाख रूपया नकद दहेज और तीन लाख रुपये का सामान भी दे दिया. लेकिन इसके बाद भी वें बारात लेकर नहीं आये. मामले में युनुस ने शेख वसीम अख्तर, उसके पिता नौशाद आलम, शादी तय कराने वाले अजुआं के मो एकराम के विरुद्ध शिकारपुर थाने में एफआईआर दर्ज करायी है. थानाध्यक्ष अवनीश कुमार ने बताया कि आवेदन मिला है मामले में जांच पड़ताल करते हुए अग्रेतर कार्रवाई की जा रही है.