बेतिया. बिहार राज्य प्राथमिक के आह्वान पर 24 मई को काली पट्टी शिक्षक शिक्षिकाए विद्यालय में पठन पाठन का काम करेंगे. इसकी जानकारी जिला प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष नर्वोदय ठाकुर और प्रधान महासचिव विपिन कुमार यादव ने शनिवार प्रेस विज्ञप्ति जानकर कही है. उन्होंने कहा है कि सरकार शिक्षा में सुधार चाहती तो शिक्षकों को परेशान करने के की जगह शिक्षक को मान सम्मान दें. ताकि शिक्षक शिक्षिका भी अपना अपना शत प्रतिशत योगदान विद्यालय में दें सकें. शिक्षक इतने डरे हुए हैं उनकी नजर ब्लैक बोर्ड और अपने विद्यार्थियों के बदले विद्यालय गेट पर रहता है. दशकों से विद्यालय का संचालन सुबह में 6.30 से 11.30 से होता रहा है. लेकिन विभाग के तानाशाही रवैया के कारण समय सारिणी परिवर्तन कर सिर्फ शिक्षकों को प्रताड़ित करने का काम कर रहीं हैं. प्रधान सचिव विपिन कुमार यादव ने कहा कि शिक्षक शत प्रतिशत विद्यालय में योगदान देते हैं, लेकिन सरकार के तुगलकी फरमान से परेशान हैं. सरकार समय सारिणी में परिवर्तन नहीं करती है तो शिक्षक आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे. दबाव में काम करने के कारण अनेक शिक्षकों का दुर्घटना का शिकार होना पड़ा. जिला प्राथमिक शिक्षक संघ के सभी पदाधिकारी और कार्यसमिति के सदस्यों ने एक स्वर में कहा कि बिहार सरकार अपनी तुगलकी फरमान वापस ले नहीं तो राज्य अध्यक्ष बृजनंदन शर्मा के नेतृत्व में पूर्ण तालाबंदी का निर्णय लिया जाएगा. जिस की सारी जवाबदेही बिहार सरकार की होगी.
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