वाल्मीकिनगर. शनिवार की सुबह वाल्मीकिनगर थाना क्षेत्र के दरूआबारी गांव निवासी पुष्प राज के घर के दरवाजे पर वन क्षेत्र से भटक कर एक विशालकाय मगरमच्छ जा पहुंचा. इसी बीच महिलाओं की नजर उस मगरमच्छ पर पड़ी. गृहस्वामी पुष्प राज द्वारा इसकी सूचना वाल्मीकिनगर स्थित वन विभाग को दी गयी. घटना की सूचना को गंभीरता से लेते हुए वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र के रेंजर राजकुमार पासवान ने वनरक्षी सुनील कुमार को घटनास्थल पर भेजा. वनरक्षी के नेतृत्व में वन कर्मियों की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद मगरमच्छ को पकड़ कर गंडक नदी में सुरक्षित छोड़ दिया. तालाब में मिला मगरमच्छ, ग्रामीणों ने किया रेस्क्यू रामनगर. स्थानीय प्रखंड अंतर्गत एक मछली पालक के निजी तालाब में शुक्रवार को एक मगरमच्छ घुस गया. उसके दिखने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल था. शनिवार को ग्रामीणों ने भय के बीच महाजाल से मगरमच्छ का रेस्क्यू किया. मिली जानकारी के अनुसार मगरमच्छ को पकड़ने का काफी प्रयास किया गया. लेकिन वह पकड़ में नहीं आ रहा था. इसी क्रम में शनिवार की सुबह से ही ग्रामीणों ने तीन-चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद तालाब में महाजाल लगाकर मगरमच्छ का रेस्क्यू कर लिया. मौके पर पहुंचे रामनगर रेंज के रेंजर विजय प्रसाद से किसान शेख मोज्जमिल ने मगरमच्छ द्वारा तालाब में मछली की क्षति की भरपाई के लिए मुआवजे की मांग की. मैनाटांड़ के झझरी में निकला मगरमच्छ, मची अफरातफरी इनरवा. इनरवा थाना क्षेत्र के झझरी चौक के समीप दोन कैनाल में विशाल मगरमच्छ ने एक हंस को अपना निवाला बना लिया. इधर हंस को निवाला बनते देख लोगों की हुजूम जमा हो गई और मगरमच्छ को लेकर अफरातफरी मची रही. इसकी सूचना वन विभाग को दी. इधर मगरमच्छ ने वार्ड सदस्य भिखारी मांझी के भैंस के बच्चे एवं संफूल मांझी के एक हंस को निवाला बनाया है. वार्ड सदस्य भिखारी मांझी ने बताया कि दोन कैनाल में एक मगरमच्छ डेरा डाले हुए है. ग्रामीणों के मुताबिक मगरमच्छ को देख लोग नहर के आसपास जाने से परहेज कर रहे हैं. ग्रामीणों में भय व्याप्त है. वन विभाग की टीम पहुंचने का इंतजार ग्रामीण कर रहे हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है