रामनगर. स्थानीय थाना क्षेत्र के रिहायशी इलाके में बाघ की चहलकदमी को लेकर मंगलवार को वाल्मीकि टाइगर रिजर्व से पहुंचे एक दल ने ट्रैकिंग किया. जिसमें बाघ के पग मार्क का ताजा कोई लोकेशन प्राप्त नहीं हुआ. वन विभाग के ट्रैकिंग दल को फिर अपने गांव की सरेह में आता देख लोग भय से कांप गए. बाद में जब उक्त दल ने बाघ के जंगल लौटने की सूचना पर लोगों को राहत मिली. वन पदाधिकारी और ट्रैकिंग करते दल को बाघ के जंगल वापस लौटने के आसार है. वन विभाग के पदाधिकारी भी बाघ के वापस लौटने की उम्मीद जाहिर की है. क्योंकि मुंडेरा गांव में तीन-चार दिन पूर्व के पग मार्क मिले है. इसके पहले के उत्तर स्थित गांवों में इससे ताजा पग मार्क मिले है, जो जंगल के समीप है. इससे ट्रैकिंग दल और पदाधिकारी दोनों को उसके जंगल वापस लौटने की उम्मीद है. बता दें कि बीते तीन दिनों से रामनगर के पश्चिम भाग के मसान नदी के समीप स्थित आधा दर्जन गांवों में बाघ दिखने की सूचना मिल रही है. इस वजह से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. आठ सदस्यीय रेस्क्यू दल मोतीपुर, बैकुंठपुर, बिलासपुर, महुई, मुंडेरा, भावल आदि गांवों में जाकर बाघ का लोकेशन ढूंढ चुका है. इसमें दौरान उक्त दल को पुराने लोकेशन मिले है. इस संबंध में रघिया वन प्रक्षेत्र के रेंजर उत्तम कुमार ने बताया कि पुराने लोकेशन ही मिले है. इससे बाघ के वापस लौटने की अधिक उम्मीद है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है