रसेल वाइपर सांप को देख मची अफरा-तफरी, वन कर्मियों ने किया रेस्क्यू
वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना वन प्रमंडल दो के वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र से सटे वन वर्ती इलाकों में इन दिनों वन्यजीवों की चहलकदमी बढ़ने से लोगों में भय व्याप्त हो चला है.
वाल्मीकिनगर. वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना वन प्रमंडल दो के वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र से सटे वन वर्ती इलाकों में इन दिनों वन्यजीवों की चहलकदमी बढ़ने से लोगों में भय व्याप्त हो चला है. आए दिन ये वन्यजीव कहीं ना कहीं अपनी उपस्थिति दर्ज कराते रहते हैं. इसी क्रम में रविवार की देर शाम एक बेहद ही खतरनाक प्रजाति का सांप रसेल वाइपर टंकी बाजार स्थित भरिहानी गांव निवासी अमरनाथ साह उर्फ तारा के घर में जा घुसा. जिसे देख घरवालों में अफरा-तफरी मच गयी. गृहस्वामी द्वारा आनन-फानन में इसकी सूचना वाल्मीकिनगर स्थित वन कार्यालय को दी गयी. सूचना पाकर घटनास्थल पर पहुंची वन कर्मियों की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद रसेल वाइपर सांप का सफल रेस्क्यू कर वीटीआर के जटाशंकर वन परिसर के जंगल में छोड़ दिया गया. इस बाबत वाल्मीकिनगर रेंजर राजकुमार पासवान ने बताया कि यह सांप भारत का सबसे खतरनाक सांप है, जो सूखे जगहों पर रहना पसंद करता है. इस सांप का खासियत है कि यह बच्चे को जन्म देती है. इस समय रसेल वाइपर धान के खेत और घरों के आस पास सूखे जगहों पर ज्यादातर पाए जाते है. उन्होंने अपील किया है कि लोग सजग एवं सतर्क रहे. यह सांप अमूमन भूरे कलर का होता है. इसे देख कर अजगर सांप समझने की भूल ना करें. साथ ही बताया कि किसी भी प्रकार का वन्यजीव या सांप को देख उसके साथ छेड़ छाड़ ना करें. तत्काल इसकी सूचना वन कार्यालय को दें.
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