पत्नी की आंखों के सामने ही पति को खेत में घसीट ले गया बाघ

मंगलवार के करीब साढ़े 12 बजे थे. घर के कामकाज निबटाने के बाद वन बैरिया के इंद्रदेव महतो अपनी पत्नी कांति देवी के साथ बकरी चराने गये थे.

By Prabhat Khabar News Desk | September 18, 2024 9:13 PM

गौनाहा (पचं). मंगलवार के करीब साढ़े 12 बजे थे. घर के कामकाज निबटाने के बाद वन बैरिया के इंद्रदेव महतो अपनी पत्नी कांति देवी के साथ बकरी चराने गये थे. इंद्रदेव महतो खेत के समीप झुक कर बैठे थे. वहीं इनकी पत्नी समीप ही घास काट रही थी. बगल में बकरियां चर रहीं थीं. इसी बीच अचानक से खेतों की ओर से निकले एक बाघ ने झटके में इंद्रदेव महतो पर हमला कर दिया. पत्नी कुछ समझ पाती, तब तक बाघ उन्हें घसीट कर खेतों की ओर ले जाने लगा. पत्नी कांति देवी चिल्लाते हुए भागकर अपना जान तो बचा ली परंतु बगल में बकरी चरा रहे उसके पति इंद्रदेव महतो को बाघ ने पकड़ लिया और उसे घसीटते हुए एक किलोमीटर दूर गन्ने के खेत में ले गया. इधर पत्नी चिल्लाते हुए भागी और शोर मचाने लगी. चिल्लाने की आवाज सुनकर ग्रामीण दौड़कर पहुंचे. देखते देखते सैकड़ों की भीड़ एकत्रित हो गई. पत्नी के बताने पर खून का निशान देखते हुए ग्रामीण उस दिशा में गये जहां बाघ उन्हें खा रहा था. ग्रामीणों के शोर मचाने पर बाघ आहिस्ता आहिस्ता बगल के गन्ने के खेत में चला गया. ग्रामीण उनके शव को उठा कर घर के नजदीक लाये. जहां वन बैरिया, धमोरा, एक्वा, परसौनी, सूरजपुर, मानपुर, सूपौली, खैरटिया गांव की ग्रामीण जुट गए. वहीं वनकर्मी, फॉरेस्टर के साथ-साथ सहोदरा थाना, मानपुर थाना, गौनाहा थाना, एसएसबी के अधिकारी व कर्मी भी वहां पहुंच गए. पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाना चाहती थी, लेकिन ग्रामीण डीएफओ को बुलाने की मांग अड़े थे. बड़ी मशक्कत के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. स्थानीय विधायक भागीरथी देवी भी पहुंचीं थी. ग्रामीणों द्वारा बताया जा रहा है कि करीब एक महीने से बाघ उस क्षेत्र में चहल कदमी कर रहा है. गांव के अगल-बगल से बाघ को आते जाते कई बार ग्रामीण ने देखा है. इसकी सूचना वन विभाग को भी दिया है. इसके बावजूद भी वन विभाग की लापरवाही से इंद्रदेव महतो की जान चली गई है. बाघ के आदमखोर बनने से भयभीत हैं ग्रामीण ग्रामीणों का कहना है कि अब बाघ आदमखोर बन गया है. इसको लेकर आसपास के गांव के ग्रामीणों में काफी दहशत का महौल बना हुआ है. इंद्रदेव महतो अपने पीछे पत्नी सहित दो पुत्र व दो पुत्री को छोड़ गये हैं. इसमें एक लड़का और एक लड़की की शादी हो चुकी है. अभी दो कुंवारे हैं. पत्नी व परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. फॉरेस्टर रूप सिन्हा ने बताया है कि वनकर्मी व टाइगर टेकरों द्वारा बाघ की ट्रैकिंग की जा रही है. उसे जंगल में पहुंचा दिया जाएगा. वहीं मृतक के परिजनों को शीघ्र ही मुआवजा का लाभ दिलाने का प्रयास किया जाएगा.

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