गौनाहा. वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के मांगुराहा रेंज के सूरजपुर गांव के चार बकरियों को बाघ ने मारकर अपना निवाला बना लिया. यह जानकारी सूरजपुर निवासी भगवान दहित ने दी. बताया कि बुधवार को 5 बजे दिन मे गांव से सटे पूरब उत्तर सरेह में बकरी चरा रहा था. इसी क्रम में गन्ने के खेत से निकलकर बाघ अचानक झपटा, बाघ को देख बकरी चरा रहे भगवान दहित किसी तरह भागकर अपना जान बचाये. वही बाघ ने चार बकरियों को जान से मार दिया और अपना निवाला बना लिया. पीड़ित ने इसकी सूचना वन विभाग को दी है. वहीं, भगवान दहित के भतीजा तुलसी दहित ने बताया कि शुक्रवार को जब वह गांव के बगल में अवस्थित एक पइन में मछली मार रहे थे, इसी दौरान गन्ने के खेत से निकल कर बाघ उन पर अचानक गुर्राया बाघ को गुर्राते हुए देख वह आहिस्ता आहिस्ता पीछे हटने लगे और झाड़ियां का सहारा लेते हुए भागकर गांव में घुस गए. यानी कि तुलसी दहित बाघ का शिकार होने से बाल बाल बच गए. वही इस संबंध में फॉरेस्टर रूप सिन्हा ने बताया कि बकरियों को बाघ द्वारा मारने की घटना की खबर मिली है. खबर मिलते ही टाइगर टेकरों द्वारा उसकी पहचान की गई है. वह मादा बाघ हैं, जो अपनी शिकार के तलाश में जंगल से बाहर निकल गयी है. मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है. एक सप्ताह के अंदर में पीड़ित परिवार को मुआवजा दे दिया जाएगा.
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